फालका बाजार में जाम में फंसते हैं स्कूली बच्चे और कारोबारी


ग्वालियर। राममंदिर चौराहे से छप्परवाला पुल तक करीब 500 मीटर लंबे फालका बाजार वन-वे है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस का अमला इसका पालन नहीं करा पाता। लड़कियों का बड़ा निजी स्कूल इसी मार्ग है, लेकिन जाम के कारण बच्चों को घंटों परेशान होना पड़ता है। इस मार्ग पर खानपान के बड़े प्रतिष्ठानों के अलावा मिठाई, गजक और सजावट व कपड़े की बड़ी दुकानें है। खरीदारों को सड़क पर वाहन पार्क करके खरीदारी करने जाना पड़ता है। पार्किंग इस बाजार की बड़ी समस्या है। सिंधिया राजघराने के सरदार फालके के नाम पर बसे इस बाजार की कई गलियों में रहवास है। इन लोगों को बाजार में जाम से रोजाना दो-चार होना पड़ता है।
यहां 50 फीट चौड़ी रोड पर आमने-सामने से ट्रैफिक चलता है, लेकिन काजल टाकीज की ओर आने वाले मार्ग से ट्रैफिक आने के कारण त्रिकोण जैसी स्थिति बन जाती है। यही वह जगह है, जहां वर्षों से जाम के हालात बनते आए हैं। कुछ ही दूर पुलिस चौकी होने के बावजूद यहां ट्रैफिक पुलिस तभी नजर आती है, जब जाम लग जाता है। इसके अलावा जर्जर सड़क भी यहां व्यापार को प्रभावित कर रही है। मुख्य मार्ग पर ही वाहन खड़े होते हैं। इसके कारण दुकानों तक पहुंचने का रास्ता बाधित हो जाता है। खुद दुकानदार और उनके कर्मचारी भी रोड पर ही वाहन खड़े करते हैं।
महिलाओं के उपयोग के लिए जनसुविधा केंद्र मौजूद नहीं है। पुरुषों के लिए बने शौचालय भी गंदे रहते हैं।त्योहार नजदीक आते ही फुटपाथियों की समस्या भी बढ़ जाती है।