
ग्वालियर। ग्वालियर-अंचल की चार लोकसभा सीटों में से ग्वालियर संसदीय क्षेत्र की गिनती चुनिंदा संसदीय क्षेत्र में होती है। इस सीट से राजमाता विजयाराजे सिंधिया, तत्कालीन केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया व पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जैसे दिग्गज नेता प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। यह क्षेत्र भाजपा का प्रमुख गढ़ माना जाता है। पिछले चार लोकसभा चुनाव से इस सीट पर भाजपा का कब्जा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर साफ नजर आई थी।
पिछले चुनाव में भाजपा प्रत्याशी विवेक नारायण शेजवलकर ने कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह को एक लाख 47 हजार मतों से पराजित किया था। जबकि पिछले दो चुनाव जीत का अंतर 25 से 30 हजार रहा है। इस बार भाजपा प्रत्याशी भारत सिंह व कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक के बीच कांटे की सीधी टक्कर है। दोनों प्रत्याशियों में एक समानता है कि दोनों ही 2023 के विधानसभा चुनाव में हार का स्वाद चख चुके हैं। ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में कुल आठ विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें छह विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर जिले के और दो विधानसभा क्षेत्र शिवपुरी जिले के हैं। पिछले तीन लोकसभा चुनाव के नतीजों पर नजर डालने से मतदान का ट्रेंड साफ नजर आता है। ग्रामीण की विधानसभा सीटों से कांग्रेस को बढ़त मिलती है और भाजपा को शहरी मतदाताओं का बंपर समर्थन मिलता है। कुल मिलाकर भाजपा की जीत का आधार शहरी मतदाता बनता है। अनुसूचित व अल्पसंख्यक वर्ग का झुकाव कांग्रेस की तरफ और सर्वण व पिछड़े वर्ग का झुकाब भाजपा की तरफ नजर आता है। भाजपा ने इस बार ग्वालियर संसदीय क्षेत्र को लगातार पांचवी बार हथियाने के लिए पिछड़े वर्ग का कार्ड खेला है। जबकि कांग्रेस ने ब्राहण उम्मीदवार पर भरोसा जताया है।

