
ग्वालियर। तानसेन समारोह के शताब्दी वर्ष में शहर में संगीत का माहौल बनाने की कवायद शुरू हो गई है। यूनेस्को से सिटी आफ म्यूजिक का दर्जा मिलने के साथ ही इस साल तानसेन समारोह का 100वां आयोजन होने जा रहा है। समारोह की परंपरा के अनुसार इसमें स्थानीय कलाकारों को भी प्रस्तुति देने का मौका मिलता है, लेकिन इनकी संख्या गिनी-चुनी होती है।
संगीत की समृद्ध विरासत वाले ग्वालियर में हर कलाकार को मौका देने के लिए अब जिला प्रशासन द्वारा दो बड़ी संगीत सभाओं के आयोजन की तैयारी की जा रही है। तानसेन समारोह का आयोजन 15 से 19 दिसंबर तक किया जाएगा। इस दौरान देश-विदेश के कई विख्यात कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। इनके नाम जल्द ही संस्कृति विभाग भोपाल द्वारा फाइनल कर लिए जाएंगे। समारोह के आयोजन की पूरी तैयारियां संस्कृति विभाग द्वारा की जाती हैं और जिला प्रशासन का इसमें सहयोग रहता है।
अब स्थानीय प्रशासन स्तर पर भी सिटी आफ म्यूजिक के खिताब के तारतम्य में तानसेन समारोह से पहले शहर में संगीत का माहौल बनाने के लिए तैयारियां की जा रही हैं। कलेक्टर रुचिका चौहान ने इसके लिए पहल शुरू की है और संगीत से जुड़े दो बड़े कार्यक्रम कराने का शुरूआती प्लान तैयार किया गया है। इसमें मुख्य रूप से स्थानीय स्तर के कलाकारों को ही अवसर दिया जाएगा। इन कलाकारों को मंच उपलब्ध कराकर प्रस्तुतियों का आयोजन होगा। इसकी तैयारियों को लेकर मोतीमहल स्थित स्मार्ट सिटी के कंट्रोल कमांड सेंटर में गुरुवार को एक बैठक का भी आयोजन किया जाएगा।
तानसेन समारोह के बाद ग्वालियर गौरव उत्सव
तानसेन समारोह के ठीक बाद 25 दिसंबर को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में ग्वालियर गौरव उत्सव का आयोजन हर साल महाराज बाड़ा पर किया जाता है। इसको लेकर भी प्रशासन स्तर से तैयारियां शुरू की जाएंगी। हालांकि पहला फोकस तानसेन समारोह के शताब्दी वर्ष को लेकर है। एक बार इस समारोह की तैयारियां पूरी हो जाने के बाद गौरव उत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसकी योजना पर भी काम चल रहा है।

