
ग्वालियर। ग्वालियर के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल एलिवेटेड रोड को नागपुर की तर्ज पर डबल डेकर एलिवेटेड रोड करने की तैयारी की जा रही है। दूसरे चरण की एलिवेटेड रोड को डबल डेकर बनाया जाएगा, जिसके लिए जिला प्रशासन प्रस्ताव तैयार कर रहा है।पहले चरण के एलिवेटेड रोड के पिलर खड़े करने का कार्य किया जा चुका है, अब दूसरे चरण का काम नए प्रस्ताव के तहत हो सकता है, जिसके लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा जाएगा। फूलबाग स्थित रानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल से हनुमान बांध के पास तक दूसरे चरण की एलिवेटेड रोड की लागत में दो से ढाई सौ करोड़ तक बढ़ोत्तरी हो सकती है। पहले इसकी संभावित स्टडी कराई जाएगी और नागपुर के अधिकारियों से भी चर्चा होगी।
बता दें ग्वालियर में दो चरणों में एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट प्रस्तावित है। यह फोरलेन एलिवेटेड रोड प्रदेश में किसी भी नदी पर बनाया जाने वाला पहला एलिवेटेड रोड होगा। पहला चरण ट्रिपल आइटीएम से फूलबाग तक है। 699 करोड़ रुपए की लागत से महारानी लक्ष्मीबाई समाधि से लेकर गिरवाई पुलिस चौकी तक 7.42 किमी लंबाई में स्वर्ण रेखा में एलिवेटेड रोड का निर्माण प्रस्तावित है, लेकिन अब इसकी लागत बढ़ाकर नया प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।
कैसा है नागपुर का डबल डेकर एलिवेटेड रोड
एलिवेटेड रोड का पहला चरण पूरा हो चुका है। इसलिए दूसरे चरण के एलिवेटेड रोड के पिलर इतनी क्षमता वाले तैयार किए जा सकते हैं, जिन पर सड़क मार्ग व मोनो-मेट्रो रेल का ट्रैक भी बनाया जा सके। नागपुर में डबल डेकर एलिवेटेड रोड संचालित है, जिसकी तर्ज पर दूसरे राज्यों में भी काम किया जा रहा है। इसी तरह ग्वालियर में भी यही संभावनाएं तलाशी जा रही हैं, क्योंकि भविष्य में ग्वालियर में ट्रैफिक का दवाब देखते हुए मोनो-मेट्रो ट्रेन की आवश्यकता पड़ेगी।

