मोनोपोल लाइन के बीच निकल आई सिंधिया ट्रस्ट की जमीन, प्रोजेक्ट अटका

ग्वालियर। 132 केवी उपकेंद्र तक मोनोपोल लाइन के लिए हुए सर्वे को सभी विभागों की क्लीन चिट मिलने के बाद निगम ने अनापत्ति प्रमाण-पत्र जारी किया। साथ ही कलेक्टर ने जनहित के कार्य को पूरा करने सहयोग करने के साथ कार्य में बाधा पहुंचाने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश नवंबर 2021 में दिए थे। इस आदेश के चार साल बाद मोनोपोल लाइन के टावर खड़े करने के लिए चिह्नित जगह पर सिंधिया ट्रस्ट की निजी जमीन निकल आई। ट्रस्ट की आपत्ति के कारण न केवल मप्र पावर ट्रांसमिशन कंपनी का प्रोजेक्ट अटका पड़ा है बल्कि कंपनी को लाइन का रास्ता बदलने का निर्णय लेना पड़ा। मोनोपोल टावर खड़े करने के लिए चिह्नित जगह पर सिंधिया ट्रस्ट ने आपत्ति ली है।
मोनोपोल लाइन को ग्राम ओहदपुर से निकलकर झांसी रेलवे लाइन को पार कर राधिका मैरिज गार्डन, झांसी रोड थाना, पेट्रोल पंप के सामने से रोड किनारे होते हुए चन्द्रवदनी नाका चौराहा से साइंस कालेज के सामने, विवेकानंद तिराहा, एजी आफिस मार्ग पार कर माधव नगर के सामने से रेलवे ओवर ब्रिज के वाई ओर से प्रेम मोटर, बसंत बिहार रोड होते हुए सिंधिया कन्या विद्यालय की बाउंड्रीवाल के किनारे से एलआइसी आफिस तिराहा, विक्टोरिया मार्केट से प्रस्तावित 132 केवी जीआइएस उपकेंद्र तक पहुंचाने के लिए सर्वे हुआ था। इस सर्वे पर किसी भी विभाग की आपत्ति नहीं आई थी। इसके बाद ही नगर निगम ने मोनोपोल लाइन का काम शुरू करने अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया, लेकिन सिंधिया ट्रस्ट की आपत्ति के बाद सार्वजनिक हित का कार्य अटका पड़ा है।