
ग्वालियर। शहर में पेयजल सप्लाई के लिए फिलहाल तिघरा डैम ही एक मात्र सहारा है, जिसके चलते गर्मी के मौसम में एक दिन छोड़कर पानी सप्लाई करना पड़ता है। इसके पीछे कारण यह है कि जिस जनसंख्या के हिसाब से तिघरा डैम बनाया गया था, उससे कई गुना आबादी शहर में हो चुकी है, लेकिन पेयजल सप्लाई के लिए अभी भी तिघरा का ही सहारा लिया जा रहा है। हर साल पेयजल को लेकर नई कार्ययोजना बनती है, लेकिन मौसम बदलते ही उस कार्ययोजना को भुला दिया जाता है। अब रमौआ डैम को विकसित कर उसमें पेयजल प्लॉट लगाने की मांग उठने लगी है, जिससे करीब 2 से 2.50 लाख की आबादी को पानी मिल सकेगा और तिघरा से लोड कम होगा।
पिछले कई वर्षों से मुरार, थाटीपुर एवं छावनी क्षेत्र की पेयजल संकट से परेशान जनता इसके निदान के लिए रमौआ डैम से पेयजल सप्लाई प्रारंभ करने को लेकर संघर्ष करती आ रही है। इसका कारण है कि शहर की 17 लाख आबादी को तिघरा डैम पेयजल सप्लाई कर रहा है। तिघरा रमौआ से अलापुर डैम को जोड़ने डैम से मुरार, थाटीपुर एवं का प्रस्ताव स्वीकृत कराया जाए छावनी क्षेत्र की दूरी 23 किमी है, जहां पेयजल सप्लाई आते हुए रास्ते में 40 प्रतिशत पानी लीकेज में व्यर्थ चला जाता है, जबकि रमौआ डैम से मुरार, थाटीपुर एवं छावनी क्षेत्र की दूरी मात्र 7 किमी है। ऐसे में रमौआ डैम से होने वाली जल सप्लाई से दो से ढाई लाख की आबादी को बिना किसी दिन की कटौती के पानी सप्लाई होता रहेगा। इसका सबसे बड़ा लाभ तिघरा डैम पर ग्वालियर की पेयजल सप्लाई का लोड भी कम होगा, जिसका फायदा ग्वालियर के अन्य विधानसभा क्षेत्रों की जनता को मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 11 फरवरी 2022 को मुरार एवं छावनी क्षेत्र की जनता की पेयजल समस्या का निराकरण करने के लिए रमौआ डैम पर मिनी पेयजल प्लांट लगाकर मुरार, थाटीपुर एवं छावनी क्षेत्र की जनता को पेयजल सप्लाई करने के लिए उस समय के नगरीय विकास आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह को पत्र लिखा था। इसके बाद शासन स्तर पर एक सार्थक पहल प्रारंभ हुई, जिसके तहत 4 मार्च 2022 को नगरीय विकास एवं आवास के प्रमुख सचिव एवं 9 मार्च 2022 को आयक्त नगरीय प्रशासन मध्य प्रदेश एवं 25 मार्च 2022 को आयुक्त नगर निगम ग्वालियर को रमौआ डैम से मुरार एवं छावनी क्षेत्र की पेयजल सप्लाई के संदर्भ में आवश्यक कार्ययोजना तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश प्रदान किए गए थे, लेकिन उक्त प्रस्ताव पर अभी तक अमल नहीं हो सका है। रमौआ से पेयजल सप्लाई के लिए पेयजल प्लांट लगाने के लिए पूर्व विधायक मन्नालाल गोयल लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं।

