यादें: सत्यनारायण की टेकरी में अटलजी का मंदिर, रोज भजन-आरती के साथ होती है पूजा-अर्चना

पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी अपनी अंतिम यात्रा पर चल दिए, लेकिन उनकी यादें और विचार आज भी ग्वालियर के लोगों को प्रभावित करती है। यही वो शहर है, जहां पर अटल जी पैदा हुए और आज भगवान के रुप में पूजे जाते है। बता दें कि ग्वालियर में उनका मंदिर बना हुआ है। मंदिर में प्रतिदिन भजन-आरती के साथ पूजा-अर्चना की जाती है।
अटल जी का जन्म ग्वालियर में हुआ था। उनके माता-पिता यहां शिंदे की छावनी इलाके में रहते थे। पिता शिक्षक थे। ग्वालियर के चप्पे-चप्पे से अटलजी की यादें जुड़ी हुई हैं। अधिवक्ता विजय सिंह चौहान की मानें तो ग्वालियर में सत्यनारायण की टेकरी पर हिंदी माता मंदिर बनाया है। 1995 में अटल बिहारी वाजपेयी के मंदिर का निर्माण भी कराया गया। प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी से लोग किस कदर प्यार करते हैं, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि उनके विचारों से प्रभावित होकर लोगों ने ग्वालियर में उनका मंदिर ही बनवा दिया। मंदिर में प्रतिदिन भजन-आरती के साथ पूजा भी होती है। अटल जी की मृत्यु के बाद उनके चाहने वालों ने ग्वालियर की सत्यनारायण टेकरी पर उनका मंदिर बनवाया है, जहां रोज सुबह शाम उनकी आरती उतारी जाती है। चाहने वाले लोगों का कहना है कि अटल जी का व्यक्तित्व और उनके विचार के मन में बसे हुए हैं।