
(धीरज राजकुमार बंसल)
ग्वालियर। वनों की रखवाली का दावा करने वालों के सामने अब संकट यह हो गया है कि वह वनों के पेड़-पौधों की सुरक्षा नहीं कर पा रहे हैं। इसके चलते प्रदेश में लगातार ओपन फॉरेस्ट का एरिया बढ़ता जा रहा है। इसके पीछे कारण यह है कि इस समय वन माफिया खासे सक्रिय हैं और उसमें दूसरे राज्यों से भी ऐसे माफिया आकर कीमती पेड़ों को काटकर ले जा रहे हैं। इसके चलते घना जंगल ओपन होता जा रहा है।
ग्वालियर की बात करें तो यहां करीब 193 किमी एरिया वन क्षेत्र है, जिसमें से सिर्फ 327 वर्ग किमी एरिया ही घना वन क्षेत्र है। उसके अलावा 865 वर्ग किमी एरिया ओपन फॉरेस्ट हो गया है। वनों को घना करने के लिए हर साल पौधरोपण का काम किया जाता है। इसके लिए टारगेट निर्धारित कर बड़े जोर शोर से पौधारोपण करने का काम होता है, जिसके लिए लाखों का बजट खर्च किया जाता है, लेकिन रखरखाव न होने के कारण पौधारोपण करने के बाद लगाए गए पौधे पेड़ नहीं बन पाते हैं । इसके अलावा जो पेड़ लगे हुए हैं, उसमें सागौन से लेकर खैर तक की कटाई वन माफिया लगातार कर रहे हैं जिसके चलते घना जंगल सिमटता जा रहा है। घना जंगल सिमटने से जंगली जानवरों के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि ओपन फॉरेस्ट एरिया का दायरा बढ़ने से जंगली जानवर शहर तक अपनी दस्तक देने लगे हैं। प्रदेश में हर वर्ष बड़े स्तर पर पौधारोपण अभियान चलाने के बाद भी ओपेन फॉरेस्ट का रकबा बढ़ता जा रहा है। इसका कारण जंगल में बढ़ती पेड़ों की अवैध कटाई है। जंगलों में बढ़ता अतिक्रमण और पेड़ों की अवैध कटाई ओपन फॉरेस्ट बढ़ने की सबसे बड़ी वजह माना जा रहा है।
शहर के आसपास काफी एरिया जंगली क्षेत्र हुआ करता था, लेकिन भू माफिया के चलते वन भूमि सिमटती गई। हालात यह है कि वन माफिया पूरी तरह से विभाग के ऊपर हावी है जिसके चलते वन क्षेत्र से पेड पौधों से लेकर पत्थर का अवैध रूप से खनन किया जा रहा है। वन भूमि पर भू माफिया कब्जा करते जा रहे हैं, लेकिन विभाग के अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगती, जिससे साफ होता है कि वन विभाग का बीट सिस्टम पूरी तरह से फेल है। वन भूमि पर लगातार होते जा रहे अतिक्रमण से वन एरिया का दायरा घटता जा रहा है। साथ ही घने जंगलों में पेड़ पौधों की जिस तेजी से कटाई हो रही है, उसको रोकने में वन विभाग सफल नहीं हो पा रहा है जिसके घना जंगल ओपन होता जा रहा है ऐसे में जंगली जानवरों पर संकट मंडराने लगा है।
वन विभाग फेलः ओपन फोरेस्ट का एरिया बढ़ रहा, माफिया काट रहे पेड़

