
ग्वालियर। सनातन धर्म मंडल की तरह अचलेश्वर मंदिर परिसर में स्थित रामदरबार की ऊपर ढाई हजार फीट का सत्संग हाल का निर्माण अंतिम चरण में है। इस सत्संग हाल में शिवपुराण, सुंदरकांड का पाठ व कथा के साथ बैठकें आयोजित की जा सकती है। हाल के निर्माण के साथ ही रामदरबार की फाल सीलिंग का भी पुर्ननिर्माण किया जाएगा। इस फाल सीलिंग का कुछ हिस्सा बारिश में गिर गया था। इस फाल सीलिंग का पुर्ननिर्माण किया जाएगा। सत्संग हाल के निर्माण में जनसहयोग भी लिया जा रहा है।
अचलेश्वर मंदिर परिसर में रामदरबार में श्रीगणेश, आदिशक्ति के साथ पवनपुत्र हनुमानजी का प्राचीन विग्रह है। रामदरबार का निर्माण मंदिर वास्तुकला की नागर शैली में किया गया है। हालांकि पत्थर काई के साथ अब काला पड़ने लगा है। रामदरबार की छत का सदुपयोग करने के लिए उस पर सत्संग हाल का निर्माण किया गया है।नवनिर्मित हाल में चार सौ से अधिक लोगों के एक साथ बैठने की व्यवस्था है। सनातन धर्म मंडल की तरह इस हाल का उपयोग धार्मिक आयोजन के लिए किया जा सकेगा। सत्संग हाल में टाइल लगाने के साथ रंगाई- पुताई का कार्य शुरू हो गया है। सत्संग हाल का प्रवेश के लिए नटराज सभागार के पास सीढ़ियों का निर्माण किया गया है। मंदिर संचालन समिति ने अभी यह तय नहीं किया है कि इस हाल में धार्मिक कार्यक्रम आयोजन करने के लिए कोई शुल्क लिया जाएगा या फिर निश्शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा, हाल के निर्माण के साथ रामदरबार परिसर में देव स्थानों की छत पर टाइल लगाये जा रहे हैं, ताकि ऊपर गंदगी जमा नहीं हो।

