सड़कों को चाहिए जख्मों की दवा

ग्वालियर। मानसून के सीजन में रुका सड़कों का निर्माण कार्य अब सीजन गुजरने के बाद भी शुरू नहीं हुआ है। एक सप्ताह पहले शहर से मानसून विदा हो चुका है और आसमान साफ है, लेकिन सड़कों का निर्माण कार्य गति नहीं पकड़ पाया है।
निगमायुक्त के निर्देश पर गारंटी पीरियड वाली कुछ सड़कों पर तो ठेकेदारों ने तो पैच रिपेयरिंग शुरू करा दी है, लेकिन जिन सड़कों का निर्माण नगर निगम को करना है, उनकी अभी तक सुध नहीं ली गई है। पिछले दिनों प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने भी शहर की सड़कों को सुधारने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए थे। इसके बावजूद शहर के सबसे पाश इलाके सिटी सेंटर में ही सड़कों की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है।
स्थिति यह है कि एयरटेल आफिस रोड प्रीमियम एरिया में शामिल है, लेकिन यहां सीवर लाइन का गंदा पानी सड़कों पर मौजूद एक फीट तक गहरे गड्ढों में भरा नजर आता है। इस सड़क से प्रतिदिन तकरीबन 20 हजार से अधिक वाहनों का आवागमन होता है, लेकिन गंदे पानी और गड्ढों के कारण अब लोग इस मार्ग से निकलने से में कतराने लगे हैं। इसी रोड पर कई शोरूम और आफिस भी हैं।सीवर का गंदा पानी सड़क पर भरा होने के कारण दिनभर यहां काम करने वाले लोगों को दुर्गंध के चलते परेशान होना पड़ता है। लगभग यही स्थिति आयकर कार्यालय के पास वाली रोड की भी है। वहीं पटेल नगर से कैलाश विहार होते हुए स्टेट बैंक के संभागीय कार्यालय तक कई रोड से जुड़ी कई गलियों में भी सड़क बदहाल स्थिति है। यहां आए-दिन गड्ढों के कारण वाहन चालक फिसलकर चोटिल हो रहे हैं।