
ग्वालियर। ग्वालियर-चंबल का सबसे बड़ा थोक किराना बाजार खुलते ही जाम हो जाता है। इसकी बड़ी वजह खाद्य सामग्री की लोडिंग-अनलोडिंग है। बैलगाड़ी से लेकर छोटे लोडर वाहन दिनभर यहां आते-जाते हैं। चूंकि यह बाजार शहर के मुख्य चौराहे इंदरगंज को जोड़ता है, यहां स्कूल है, खानपान के बड़े प्रतिष्ठान और रहवास भी है। इसी वजह से बड़ी संख्या में लोग इसका इस्तेमाल करते हैं।
हालांकि बाजार की शुरुआत में पुलिस थाना है, इसके बावजूद यहां जाम खुलवाने के लिए कभी पुलिस तैनात नहीं रहती। इसी वजह से गलत दिशा से भी दो पहिया और चार पहिया वाहन प्रवेश कर जाते हैं, जिससे जाम की स्थिति बनती है। शहर के बड़े आयोजनों के चल समारोह, धार्मिक, राजनीतिक रैलियां यहीं से होकर गुजरती हैं। बाजार काफी पुराना है और आसपास के बाजारों, रहवासी कालोनियों से जुड़ता है। रात में ट्रकों की अनलोडिंग होने से यह पूरा जाग्रत रहता है। यहां दुकानों का अतिक्रमण नहीं है, फिर भी यह 60 फीट का रोड लोडिंग वाहन के कारण भरा रहता है।
दाल बाजार में दो थाने लगते हैं। जब कभी कोई वारदात होती है, तो परेशानी होती है। यदि एक थाना लगे तो व्यापारियों को आसानी हो। दाल बाजार वन-वे है, लेकिन यातायात पुलिस के चौराहे पर न खड़े होने से गलत दिशा से भी वाहन आते हैं। लोडिंग वाहन दिन में प्रवेश कर जाते हैं और वे पूरे बाजार में घूमते हैं। इन्हीं चौराहे पर ही प्रवेश से रोका जा सकता है।
दाल बाजार में दिनभर जाम, गलत दिशा से आ रहे वाहन

