
ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय में कार्यरत ऐसे शिक्षक एवं कर्मचारीयों, जिनकी नियुक्ति शासन के आदेशानुसार 1 जनवरी 2005 के बाद हुई है, वे सभी शिक्षक एवं कर्मचारी एन.पी.एस. योजना के अन्तर्गत आते है एवं सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों का एन.पी.एस. में शासन के नियमानुसार प्रान नम्बर जारी करने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय की है। इस बावत कर्मचारी संगठन एवं शिक्षके कई बार कुलपति को पत्र लिख चुके है। इस बावत विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा पिछले 10 वर्षों में आवश्यक प्रपत्र सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों द्वारा 03 से 04 बार फार्म भरकर जमा किये गये हैं. लेकिन प्रशासन द्वारा आज दिनांक तक प्रान नम्बर जारी नहीं किया है और शिक्षक एवं कर्मचारियों का एन.पी.एस. अकाउण्ट भी नहीं खोला जा सका है। जिसके कारण सभी शिक्षक एवं कर्मचारीयों को आर्थिक परेशानी उठाना पड़ रही है।
शिक्षक-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जिसमें विश्वविद्यालय का शिक्षक संघ, सभी तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी संघ के प्रतिनिधियों की एक बैठक गालव सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक मेंएन.पी.एस. योजना का क्रियान्वयन तत्काल 07 दिवस के अन्दर करने का निवेदन पुनः किया गया है एवं योजना में सम्बन्धित शिक्षकों एवं कर्मचारियों को उनकी नियुक्ति दिनांक से एन.पी.एस. योजना का लाभ दिया जाने की मांग की गई है। यदि 7 दिवस के अन्दर इस योजना को लागू नहीं किया जाता है तो विश्वविद्यालय में चरणबद्ध रूप से आन्दोलन प्रारम्भ किया जायेगा।
एन.पी.एस. की मांग को लेकर शिक्षक-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की बैठक हुई, जेयू कुलपति को ज्ञापन भी सौंपा

