गजराराजा मेडिकल कॉलेज में बढ़ेंगी इलाज की सुविधाएं

ग्वालियर। अंचल के सबसे बड़े अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराए जाने के प्रस्ताव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में अटके पड़े हैं। गजराराजा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ऐसे नौ प्रस्ताव भेज चुका हैं, जिनकी स्वीकृति के बाद न केवल न्यूरोलाॅजी-न्यूरोसर्जरी के मरीजों को इलाज में सुविधाएं बढ़ेंगी, बल्कि खेल के दौरान खिलाड़ियों को लगने वाली चोट के इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। इससे ट्रामा सेंटर में मृत्यु दर में 25 प्रतिशत की कमी आ सकती है, लेकिन प्रस्ताव मंजूरी की कछुआ चाल इलाज में बाधक बन रही है। गजराराजा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन अप्रैल और जून माह में प्रस्ताव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग को भेज चुका है। प्रस्ताव स्वीकृति का इंतजार न केवल जीआरएमसी प्रबंधन कर रहा है बल्कि मरीजों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के इन प्रस्तावों को जल्द मंजूर होने की आस है।
इन नौ प्रस्तावों को मिलनी है स्वीकृति
प्राइवेट स्पेशल वार्ड के लिए पलंग, फर्नीचर की खरीदी। न्यूरोलाजी विभाग का उन्नयन।
न्यूरोसर्जरी विभाग में दो माड्यूलर ओटी मय सीलिंग माउटेंड, एनेस्थीसिया वर्क स्टेशन।
एक हजार बिस्तर अस्पताल के विभिन्न विभागों के वार्ड के लिए 35 वाटर कूलर।
अस्थि रोग विभाग में स्पोट्र्स इंजुरी यूनिट की स्थापना।
प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में आइवीएफ लैब की स्थापना।
ट्रामा सेंटर के पीछे वाले भाग में दो माड्यूलर ओटी।