बिजली कटौती से किरकिरी, मंत्री बोले- ट्रिपिंग हुई तो जिम्मेदार अधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे


ग्वालियर। भीषण गर्मी में फाल्ट और ट्रिपिंग से जनता का जीना मुहाल है ऐसे में बिजली कंपनी के अफसरों पर कोई जवाब नहीं है। बिजली कंपनी के प्रति लोगों में नाराजगी भी है। फाल्ट-कटौती से हो रही बिजली कंपनी की किरकिरी के चलते प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बुधवार को भोपाल के अधिकारियों की बैठक ली तो वहीं गुरूवार को ग्वालियर में ग्वालियर-चंबल संभाग के अधिकारियों से कहा कि ट्रिपिंग हुई तो अधिकारी जिम्मेदार होंगे। उन्होने यह भी कहा कि जो अधिकारी अपनी धूर्तता के कारण जनता के फोन नहीं उठाते हैं, अगर उनके कारण कंपनी की छवि बिगड़ी तो बख्शे नहीं जाएंगे।
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भीषण गर्मी के चलते उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करने के लिए बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश रोशनी घर परिसर स्थित विद्युत वितरण कम्पनी कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में बिजली कम्पनी के अधिकारियों को दिए हैं। बैठक में ऊर्जा मंत्री ने कहा कि भीषण गर्मी के कारण प्रदेश के आम नागरिकों को बिजली ट्रिपिंग का सामना न करना पड़े इसके लिए अधिकारी माकूल बंदोबस्त करें। ऊर्जा मंत्री ने भिण्ड,मुरैना, श्योपुर तथा विजयपुर के विभागीय अधिकारियों द्वारा उपभोक्ताओं के फोन न उठाने की शिकायतों पर कड़ी नाराज़गी व्यक्त की। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि पिछले 10 दिनों में ट्रिपिंग की घटनाओं में वृद्धि हुई है, इस व्यवस्था में तुरन्त सुधार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन पाश कालोनियों से शत प्रतिशत राजस्व वसूली होती है, वहां ट्रिपिंग नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सर्वाधिक ट्रिपिंग वाले जिलों के विभागीय अधिकारियों को हिदायत दी कि समय रहते अपने-अपने इलाके की विद्युत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करें।