क्या महिला पुलिस के साथ अभद्रता व सरकारी काम में बाधा डालने वाले पर होगी कार्यवाही ?

जितेंद्र परिहार

ग्वालियर ! शहर की बिगड़ती कानून व्यवस्था की शिकायतों के चलते मुख्यमंत्री डॉ यादव ने संभागयुक्त सहित कलेक्टर और एसपी को भी बदल दिया, इसके बाद भी शहर में कानून का राज्य दिखाई नहीं देता जबकि गृह विभाग स्वयं मुख्यमंत्री संभाल रहे हैं! हाल के दिनों में घटित घटनाएं इस बात का प्रमाण है ! यहां बताना उचित होगा कि लोकसभा चुनावी समय में निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों के पालन में पुलिस अधीक्षक द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में चेकिंग पॉइंट लगाए गए हैं ताकि निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों का ठीक से पालन कराया जा सके ! घटना बीते रोज विवेकानंद चौराहे की है जहां शहर का कारोबारी मुकेश अग्रवाल ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों को अपनी ठसक दिखाते हुए पुलिस कार्रवाई को ठेंगा दिखा कर चलता हो गया! ड्यूटी पर तैनात सूबेदार सोनम पाराशर ने यहां तक कहा कि यह चैकिंग पुलिस अधीक्षक के निर्देशों पर ही की जा रही है, आपकी गाड़ी पर आरटीओ की गाइडलाइन के विपरीत काली फिल्म लगी है और हूटर भी लगा है, इसलिए चालान कटेगा, लेकिन कारोबारी की रंगबाजी के आगे पुलिस यहां भी बेबस साबित हुई ! वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि आचार सहिंता के तहत चैकिंग के दौरान महिला एसआई के साथ बहस करते हुए व्यापारी मुकेश अग्रवाल ने कहा न हूटर हटेगा-न चालान कटवाऊंगा, एसपी को बता दो मेरी गाड़ी का नम्बर, कारोबारी ने इस दौरान महिला एसआई सोनम पाराशर के चेहरे पर उंगली लगाने की कोशिश भी की, जिस पर सोनम ने व्यापारी की गलत हरकत का विरोध भी किया! अब सवाल इस बात का है कि जो शहर का व्यापारी वर्ग आए दिन छोटी-छोटी बातों पर जनप्रतिनिधियों और पुलिस को घेरकर अपने आप को सादगी पसंद और समाज सुधारक बताते हैं, वह अपने ही समाज के कारोबारी द्वारा सड़क पर खुलेआम पुलिस के साथ रंगबाजी करने के लिए क्या कदम उठाएंगे ? यदि यहां व्यापारी वर्ग मौन रहता है तो निश्चित ही यह माना जाएगा कि निष्पक्षता के बजाय राजनीतिक रसूख और संगठन की आड़ में कहीं ना कहीं पुलिस को हर ओर से झुकाने का प्रयास किया जा रहा है ! सनद रहे यह वहीं महिला पुलिस कर्मी हैं जो ड्यूटी दौरान सड़क पर बेहोश बुजुर्ग को सीपीआर देकर जान बचा चुकी हैं व घायलों को भी समय से अस्पताल भेजने का कार्य किया है समाजसेवा के इस कार्य के लिए सोनम पाराशर की ग्वालियर की बेटी कह कर खूब सराहना की गई थी वहीं जब यही ग्वालियर की बेटी ऑनड्यूटी है तब उसके साथ ऐसा दुरव्यवाहर किया जा रहा है ।

व्यापारिक संगठन की चुप्पी

इस संबंध में व्यापारियों के हित में खड़े रहने वाले मप्र चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष डॉ प्रवीण अग्रवाल का कहना है कि चैंबर हमेशा पीडि़त की लड़ाई लड़ता है! इस मामले की मुझे अभी जानकारी नहीं है, जानकारी के बाद ही बता पाऊंगा! जब कहा गया कि गलती होने पर भी ऑन ड्यूटी पुलिस अधिकारी के साथ बदसलूकी का मामला है तो उन्होंने कहा पुलिस कानूनी कार्रवाई के लिए सक्षम है!

इनका कहना

मै शाम के समय गाडियों की चैकिंग कर रही थी इसी दौरान एक गाड़ी आई जिस पर हूटर लगे थे और काली फिल्म चढ़ी थी, उसे रोका तो उसमें से मुकेश अग्रवाल निकले, जिनसे चालान बनाने कहा तो भड़क गए, मेरे मुंह तक उंगली लगाने की कोशिश की, जिसका मैंने विरोध किया, साथ ही इस पूरे घटना को एडिशनल एसपी सियाज के एम को अवगत कराया!

सोनम पाराशर एस आई

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जिस व्यक्ति ने पुलिस चैकिंग में अधिकारी को सहयोग नहीं किया उसके वाहन का चालान कोर्ट पेश किया जा रहा हैं, इसके अलावा उनके विरुद्ध पीछे जो भी ई चालान बने थे उन्हें कमरों मदद से निकाला जा रहा है, इसके अलावा इस प्रकरण में जो भी वैधानिक कार्रवाई है, वह कर रहे हैं!

धर्मवीर सिंह यादव एसपी ग्वालियर