ग्वालियर में सबसे ज्यादा बारिश, अगले 7 दिन नॉन स्टॉप बारिश का अलर्ट

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ग्वालियर चंबल संभाग में इस बार मानसून बिना ब्रेक के बरसा है। इस कारण सावन का महीना आने से पहले ही सिंचाई के बांध छलक गए। प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश निवाड़ी जिले में है। उसके बाद ग्वालियर चंबल में हुई है। श्योपुर में औसत से 309 फीसदी व ग्वालियर में 244 फीसदी अधिक बारिश दर्ज हो चुकी है। बारिश की स्थिति देखी जाए तो 2008 के बाद ऐसी बारिश हुई है। सावन आने से पहले ही बांध भर गए। जुलाई के अंत तक तिघरा बांध भी छलक जाएगा। क्योंकि तिघरा बारिश से 66 फीसदी भर चुका है। वर्ष 2008 में ऐसी बारिश हुई थी, जब सावन आने से पहले ही बांध भर गए थे।

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दरअसल ग्वालियर चंबल संभाग में 17 जून को मानसून छा गया था। मानसून आने के बाद बारिश थमी नहीं। हल्की, मध्यम व भारी बारिश का दौर जारी रहा। इस कारण खरीफ की बोवनी नहीं हो सकी। इस बार ज्वार, बाजरा, तिल्ली की बोवनी नहीं हो सकी है। बांध भरने की वजह से धान की फसल अच्छी रहेगी। बंगाल की खाड़ी में नया कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो गया है। यह झारखंड होते हुए उत्तर पश्चिम की ओर से आगे बढ़ेगा। सिस्टम के झारखंड व छत्तीसगढ़ के पास आने पर बारिश में फिर से तेजी आएगी। ग्वालियर चंबल संभाग के जिलों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना रहेगी। यह सिस्टम चक्रवातीय घेरे के साथ है। मानसून ट्रफ लाइन भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश से होते हुए गुजर रही है, जबकि अन्य एक और ट्रफ लाइन भी बनी है। इससे अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। स्थानीय प्रभाव से भी बारिश जारी रहेगी। मौसम विभाग ने पूर्वी मध्य प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि ग्वालियर चंबल संभाग में येलो अलर्ट जारी है।

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