शहर की सड़कों की हालत खस्ता, निगम अधिकारी टेबल के नीचे के खेल में लिप्त?


ग्वालियर। शहर की सड़कों की हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। पिछली बरसात में बिगड़ी सड़कों को चार माह बाद भी नगर निगम सुधार नहीं पाया है। जिसके कारण सड़कों की हालत और खराब होती जा रही है। पाटनकर बाजार, कंपू, पड़ाव, शिंदे की छावनी, माधौगंज, नया बाजार, नई सड़क, हजीरा और मुरार के कई क्षेत्रों में यह स्थिति सड़कों की बनी हुई है। पर मजाल है निगम अधिकारियों की आंखों में पानी आये वह तो बस टेबल के नीचे के खेल में मस्त होकर आंख मूंद कर बैठे है। नगर निगम को शहर सरोकार के काज से कोई मतलब नहीं है। नगर निगम का हाल तो सब ही जानते है वहां टेबल के नीचे का खेल चल रहा है। किसी भी काम के लिये अगर कोई आम शहरवासी पहुंचे तो बिना कोई मिठाई के काम होता ही नहीं। अब तो अफसर इतने बेशरम हो गये है कि खुलेआम मिठाई की डिमांड करते है। जबकि आये दिन लोकायुक्त निगम के टीसी से लेकर अन्य अफसरों व कर्मचारियों को रिश्वत लेते पकड़ती रहती है। उसके बाद भी निगम के काले अफसरों को शर्म लाज नहीं है। वह तो शहर सरोकार छोड़कर अपना सरोकार करने में लीन रहते है। शहर की सड़कें फिर चाहे पूरी तरह से ध्वस्त हो जाये और लोग ध्वस्त सड़कों में आकर काल के गाल में समां जाये। लेकिन यह अफसर शहर सरोकार का काम नहीं करेंगे। वह तो सिर्फ अपने सरोकार पर ही ध्यान दे रहे हैं।