
मौनी अमावस्या पर प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ में कई लोग हताहत हुए हैं। जबकि, कई बेहोश और घायल हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। यहां मची भगदड़ का सबसे बड़ा कारण श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ को माना जा रहा है। ऐसे में प्रयागराज में और भीड़ न बढ़े, इसके लिए श्रद्धालुओं को यूपी सीमा से सटे जिलों में ही रोक दिया गया है। इससे बॉर्डर इलाकों में लंबा जाम लग रहा है।
ऐसे ही नजारा रीवा जिले और प्रयागराज जिले की सीमा पर स्थित चाकघाट में देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश प्रशासन ने प्रयागराज जाने वाले लोगों को रोक दिया है। लोग कई घंटे से जाम में फंसे हुए हैं। वे न तो घर लौट पा रहे हैं और न ही प्रयागराज की ओर बढ़ पा रहे हैं। दरअसल, बुधवार सुबह करीब 6 बजे से उत्तर प्रदेश प्रशासन ने यातायात रोक दिया। महाकुंभ और मौनी अमावस्या के शाही स्नान के चलते भारी भीड़ प्रयागराज पहुंच रही थी, लेकिन भीड़ को नियंत्रित करने में आ रही परेशानी को देखते हुए प्रशासन ने सीमा पर ही वाहनों को रोक दिया।

रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि कई किमी लंबा जाम लगा हुआ है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। छत्तीसगढ़, झारखंड और मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने का यही एकमात्र मार्ग है, इसलिए इस रास्ते को प्रतिबंधित किया गया है। उन्होंने ने कहा- हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि सभी श्रद्धालुओं को उचित समय पर उचित स्थान पर भेज सकें। प्रयागराज जिला प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं। चाकघाट पर लगे लंबे जाम को देखते हुए प्रशासन की ओर से लोगों के रुकने और खाने पीने की व्यवस्था कराई गई है। टेंट और मैरिज गार्डन में लगाकर लोगों को उनमें रखा गया है, साथ ही खाने और पीने का भी इंतजाम किया गया। कई जगह इन टंटों में रुके श्रद्धालु भजन कीर्तन कर भगवान का स्मरण कर रहे हैं और अपना समय बिता रहा हैं। लोगों का कहना है कि चाकघाट से यूपी बॉर्डर तक करीब 20-25 किमी लंबा जाम लगा है।

