
सांसद और विधायक द्वारा प्रतिनिधि नियुक्त किए जाते हैं, ऐसा करने की परंपरा पुरानी है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि नेता अपना काम आसानी से कर सकें। लेकिन, प्रदेश के एक विधायक ने अलग-अलग विभागों के अलग-अलग प्रतिनिधि नियुक्त करने की नई परंपरा शुरू कर दी है। उन्होंने पुलिस थाने से जुड़े कामों के लिए भी एक प्रतिनिधि नियुक्त कर दिया है। इस प्रतिनिधि को थाने से संबंधित सभी कामों से लेकर यहां होने वाली बैठकों में विधायक का प्रतिनिधित्व करने के विधिवत आदेश जारी कर दिए हैं।
दरअसल, मामला शिवपुरी जिले की पिछोर विधानसभा का है। यहां के विधायक प्रीतम लोधी ने यह फरमान जारी किया है। उन्होंने जिला कलेक्टर को इस बाबत सूचित भी किया है। उन्होंने क्षेत्रीय भाजपा नेता इंदल लोधी कुंदोली को विधायक प्रतिनिधि घोषित किया है। साथ ही पुलिस विभाग से संबंधित सभी काम करने के लिए उन्हें अधिकृत किया है। जारी पत्र में विधायक लोधी ने इंदल लोधी को पुलिस विभाग से संबंधित सभी बैठकों आदि के लिए भी अधिकृत किया है। आमतौर पर सांसद और विधायक द्वारा अपने प्रतिनिधि नियुक्त किए जाते हैं। इनके जिम्मे जिला प्रशासन की विभिन्न बैठकों में शामिल होने का प्रावधान होता है। यह प्रतिनिधि इन बैठकों में शामिल होकर अपने नेता की बात रखने या जानकारी देने के लिए अधिकृत होते हैं। इसके लिए कोई शासकीय प्रावधान नहीं होता है। लेकिन, पुलिस विभाग में अपनी उपस्थिति दर्शाने के लिए प्रतिनिधि नियुक्त किए जाने का यह संभवतः पहला मामला है। विधायक प्रीतम लोधी ने इस नियुक्ति को अपने नवाचार से जोड़ा है। उनका कहना है कि वे शासन के सभी विभागों का एक अलग प्रतिनिधि नियुक्त करेंगे। इस कड़ी में वे करीब 20 विभागों के यह प्रक्रिया पूरी कर चुके हैं। बाकी विभागों के लिए भी वे काम कर रहे हैं। विधायक लोधी का कहना है कि उन्होंने जनता और अपने कार्यकर्ताओं से वादा किया है कि वे कभी अपनी कुर्सी पर नहीं बैठेंगे, बल्कि उनके कार्यकर्ता और प्रतिनिधि ही विधायक की भूमिका निभाएंगे। उनका कहना है कि जनता के काम आसानी से हों और उन्हें अपनी किसी समस्या के लिए विधायक पर निर्भर न रहना पड़े, इसी मंशा के साथ अलग-अलग विभागों के लिए प्रतिनिधि नियुक्त किए जा रहे हैं।

