
भास्करप्लस.काम
ग्वालियर। शासकीय विभाग के अधिकारी किस तरह से एक ठेकेदार पर मेहरबान बने हुए हैं, इसका जीता जागता उदाहरण ग्वालियर में देखने को मिल रहा है। जहां एक कंस्ट्रक्शन कंपनी गिट्टी से लेकर डामर व डंपर को रखने के लिए शासकीय रेस्ट हाउस परिसर का उपयोग कर रही है, लेकिन मजेदार बात यह है कि इसकी जानकारी विभाग के मुखिया तक को नहीं है। रेस्ट हाउस में कंपनी का सामान रखा हुआ है और वहां काम करने वाले शासकीय कर्मचारियों ने क्या इसकी जानकारी विभाग के आला अधिकारी को नहीं दी, अगर नहीं दी तो फिर इसके पीछे क्या कारण है, उसको लेकर अब विभाग की कार्यप्रणाली पर ही सवाल उठने लगा है।भास्करप्लस.काम
प्रदेश में सड़कों का पैचवर्क करने का करीब 400 करोड़ में ठेका एक्यूमैन कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला हुआ है। उसी के तहत कंपनी अपना काम ग्वालियर अंचल में कर रही है। नियम के हिसाब से कंपनी को अपना सामान रखने के लिए किराए पर जमीन लेना चाहिए। बताया गया है कि राजा मान सिंह प्रतिमा के पास बने ओल्ड रेस्ट हाउस में जहां कभी अधिकारी, राजनेता व अन्य अतिथि भी आकर रुकते थे, रेस्ट हाउस को अब गोदाम बना दिया गया है। अब यह किसके कहने पर किया जा रहा है, यह जांच का विषय है, क्योंकि रेस्ट हाउस परिसर में गिट्टी से लेकर डामर व डंपर रखना अवैध है और इसके बाद भी सामान रखा हुआ है तो फिर रेस्ट हाउस में लोनिवि के कर्मचारी क्या देख रहे हैं व किसके कहने पर कंपनी को सामान रखने की परमिशन दी गई है। उसको लेकर अब शिकायत भोपाल स्तर पर पहुंचा दी गई है। भास्करप्लस.काम
उल्लेखनीय है कि सड़कों का पैचवर्क करने वाली एक्यूमेन कंस्ट्रक्शन कंपनी दिल्ली की है और उसको प्रदेशभर में बारिश से खराब हुई सड़कों को ठीक करने का ठेका मिला हुआ है। इसी के तहत यह कंपनी ग्वालियर अंचल में भी काम कर रही है। कंपनी ने गिट्टी, डामर से लेकर अन्य सामान रखने के लिए शासकीय ओल्ड रेस्ट हाउस का उपयोग कर रही है जो नियम के विपरीत है, क्योंकि रेस्ट हाउस का उपयोग सिर्फ रुकने के लिए किया जाता है। मजेदार बात यह है कि विभाग के कर्मचारी रेस्ट हाउस पर ड्यूटी पर रहते हैं तो फिर कंपनी को सामान रखने की अनुमति भी दी गई होगी, भले ही वह मौखिक हो, इसलिए यह नहीं कह सकते हैं कि विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है।
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