
हमारे भारत देश में गंगा, यमुना, कावेरी और बाकी तमाम नदियां है। इसी में एक है मध्यप्रदेश की मां नमामि नर्मदे जिससे की मध्यप्रदेश के आधे से ज्यादा हिस्से में सभी प्रकार की खेती होती है। मां नर्मदा नदी महत्वपूर्ण मानी गई है। इसी आस्था में भोपाल, जबलपुर के काफी श्रद्धालु मां नर्मदा की परिक्रमा करते है।
ऐसी मान्यता है कि मां नर्मदा जीवनदायिनी मां के रूप में मानी जाती है। यहां पर हजारों श्रद्धालु साइकिल से अपना सामान जैसे पतला कंबल, चटाई, उनी कपड़े आदि साथ लेकर चलते है। सुबह से श्रद्धालु एक जत्थे के रूप में साथ चलते है। बीच बीच में जो छोटे छोटे गांव पड़ते है वहां से ग्रामीण लोग एवं कुछ समिति जैसे स्वयंसेवक सिद्धेश्वर महादेव समिति बड़वानी के सदस्य सभी परिक्रमावासियों को प्रेमपूर्वक भोजन करवाते है। एक यात्रा बडवानीगंज में रूकी, जिसमे लगभग 250 श्रद्धालुओं का जत्था था। साइकिल से यात्रा लगभग दो माह में पूरी होती है। जबकि पैदल 7-8 माह में। महाराष्ट्र से काफी लोग यात्रा के लिये आते है, क्योंकि नदी महाराष्ट्र से लगी है। इसलिये वहां हर वर्ष हजारों पैदल व साइकल से परिक्रमा करने आते है। इन सर्द हवाओं में नदी किनारे परिक्रमा करना एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रूकने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा शुभ एवं मंगलमय हो ऐसी भास्कर प्लस परिवार कामना करता है।
– जय मां नमामि नर्मदे –
मध्यप्रदेश की मां नर्मदा यात्रा

