कृषि फीडर की बिजली आपूर्ति को रिमोट से कंट्रोल की तैयारी


ग्वालियर। कृषि फीडर की बिजली आपूर्ति को रिमोट से कंट्रोल करने की तैयारी विद्युत वितरण कंपनी कर रही है। इसके पीछे का मकसद सब स्टेशनों की निगरानी है जिससे किसानों को पर्याप्त बिजली की आपूर्ति की जा सके। इससे वोल्टेज की समस्या को भी दूर करने का प्रयास किया जाएगा। बिजली कंपनी द्वारा सब स्टेशनों को रिमोट से कंट्रोल किया जाएगा। इसके जरिए जहां बिजली सप्लाई व्यवस्था पर निगरानी रखी जाएगी, वहीं फाल्ट या अन्य समस्या की जानकारी मिलने के बाद उसका तीन से पांच मिनट के अंदर निराकरण किया जाएगा। कृषि फीडर की बिजली आपूर्ति को बेहतर बनाने के लिए रिमोट टर्मिनल यूनिट (आरटीयू) उपकरण लगाए जाएंगे। जिससे किसानों को दस घंटे लगातार बिजली दी जा सके। दरअसल, बिजली बंद होने से किसान परेशान होते हैं।
इससे बिजली कंपनी और सरकार के प्रति भी किसानों में नाराजगी पैदा होती है ऐसे में फीडर की जानकारी रियल टाइम मिलने पर दिक्कतों को तत्काल दूर किया जा सकेगा। इतना ही नहीं बिजली का वोल्टेज फीडर में पर्याप्त आ रहा है कि नहीं इसकी जानकारी भी मिलेगी तथा तत्काल समस्या का निदान किया जा सकेगा। सब स्टेशनों पर आरटीयू डिवाइस लगने से कौन सा फीडर चालू है या बंद, कितने लोड पर चल रहा है। ट्रांसफार्मर के तापमान और लोड की जानकारी रियल टाइम मिल जाएगी। इससे क्षेत्र में वोल्टेज की स्थिति का आंकलन भी हो सकेगा। सब स्टेशन का पूरा डेटा केंद्रीयकृत कंट्रोल सिस्टम में मिलेगा। आरटीयू का तात्पर्य रिमोट टर्मिनल यूनिट से है, जिसे कभी-कभी रिमोट टेलीमेट्री यूनिट या रिमोट टेली कंट्रोल यूनिट भी कहा जाता है। आरटीयू एक माइक्रोप्रोसेसर आधारित उपकरण है जो फील्ड उपकरणों की निगरानी और नियंत्रण करता है, जो फिर प्लांट नियंत्रण या एससीएडीए (पर्यवेक्षी नियंत्रण और डेटा अधिग्रहण) प्रणालियों से जुड़ जाता है। यह व्यवस्था रीयल टाइम डाटा लेने के लिए है।