बाड़े पर दो पहिया वाहन नहीं निकल पा रहे, बजारों में दम घुटने जैसे हालात

ग्वालियर। शहर की सबसे बड़ी रौनक और त्योहारी सीजन में गुलजार होने वाले ह्दयस्थल की जिम्मेदारों ने सूरत बिगाड़ डाली है। जैसे तैसे महाराज बाड़ा तो आप पहुंच जाएंगे, लेकिन महाराज बाड़ा पर पहुंचकर आप दंग रह जाएंगे। जहां दीपावली के चलते त्योहारी खरीदारी का नजारा व सुगम आवागमन होना चाहिए, वहां दम घुटने जैसे हालात हैं।
त्योहारी सीजन में दीपावली का सामान बेचने आए फुटपाथियों को बेतरतीब ढंग से बैठा दिया गया है, कहीं पार्किंग की जगह पर तो कहीं मुख्य मार्ग ही अवरूद्व करवा दिया गया है। दीपावली तक यहां सामान बेचने आए छोटे कारोबारियों का कहना है कि उन्हें नगर निगम और पुलिस ने व्यवस्थित नहीं बैठाया, जिस कारण बिक्री तो छोड़ो, सामान लाने-ले जाने का परिवहन खर्च भी नहीं निकल रहा। यहां पार्किंग के बाहर ही कार पार्क करा दी गईं हैं, तो वहीं बड़े चार पहिया वाहनों के साथ दो पहिया भी जाम मे फंस रहे हैं। व्यवस्था तय होने के बाद महाराज बाड़ा पर यह हाल है। दो पुलिस कर्मी दिखावे का एनाउंसमेंट कर रहे थे, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं बना रहा।
स्काउट गाइड के तिराहे से ही हाथ ठेले और गोरखी अंडरग्राउंड पार्किंग के स्टाफ के वाहन सहित सामान्य वाहनों की लाइन है। इसके आगे ठेले लगे हुए हैं, महज 10 फीट की रोड ट्रैफिक के लिए बची, जिस कारण रेंग रेंग कर ट्रैफिक निकल रहा । विक्टोरिया मार्केट के आगे चार पहिया की जो नई पेड पार्किंग बनाई है, यह पार्किंग अपनी हद छोड़ मुख्य मार्ग तक पहुंच गई। इसके बाद भी खानपान के हाथ ठेले लगवा दिए गए हैं। यहीं पास में पुलिस का क्रेन वाहन से औपचारिकता के लिए एनाउंसमेंट कराया जा रहा था कि वाहन आगे बढ़ते रहें। शासकीय प्रेस के सामने दीपावली के त्योहार का सामान बेचने वालों की लाइन इस तरह लगवाई है कि मुख्य मार्ग पर आते हुए पार्किंग तक घुस गए हैं। इन्हें लेन में ठीक से नहीं बैठाया गया, जिस कारण ग्राहक भी सामान नहीं ले पा रहे हैं। यही कारण हैं कि सामान बेचने वाले भी खाली बैठे हैं। गोरखी मुख्य द्वार से डाकघर तक हाथ ठेले तो कहीं फुटपाथ पर कारोबार करने वाले वाहन पार्किंग के आगे लगवा दिए गए हैं। सुभाष मार्केट जाने के लिए कोई रास्ता ही नहीं बचा।