नो विज्ञापन जोन में जीवाजी क्लब चुनाव का प्रचार, निगम को पता ही नहीं

– सदस्यों पर पहुंच रहे मंत्री विधायकों के फोन हमारे आदमी का ध्यान रखना
ग्वालियर। शहर के धनाढय लोगों की अययाशी व मनोरंजन के केन्द्र जीवाजी क्लब के चुनाव का प्रचार धड़ल्ले से चल रहा है। पैसे वालों के प्रचार के लिये संभवतः नो विज्ञापन जोन में नगर निगम ने विज्ञापन की अघोषित अनुमति दे दी है। जिसके चलते निगम के नियम भी बौने पड़ गए हैं। जिस थीम रोड को नगर निगम की परिषद ने नो विज्ञापन जोन घोषित किया है वहां पर ही जीवाजी क्लब का जोर शोर से प्रचार हो रहा है। नगर निगम की मेहरबानी भी देखिए कि थीम रोड के डिवाइडरों से लेकर फुटपाथ तक पर बैनर-पोस्टर का ढ़ेर है, लेकिन अधिकारियों को दिख नहीं रहा है।
अब यह मेहरबानी है या क्लब के बड़े लोगों का रसूख, अफसर ही बता सकते हैं। प्रत्याशियों ने जयविलास पैलेस के पीछे वाले गेट से लेकर डिवाइडर, अचलेश्वर गोलम्बर, कटोरा ताल तक में कब्जा कर विज्ञापन का जमकर प्रदर्शन किया है। बता दें कि जीवाजी क्लब के चुनाव 29 सितंबर को होने जा रहे हैं जिसमें शहर के संभ्रांत वर्ग के लोग दावेदारी ठोक रहे हैं। इसके साथ ही पार्टियां और लोगों से मिलने-मिलाने का दौर जारी है। हर प्रत्याशी अपने लुभावने वादों से सदस्यों को रिझा रहा है। बड़े-बड़े गिफ्ट भी बांटे जा रहे हैं। इस मामले में नगर निगम उपायुक्त मदाखलत अतिबल सिंह का कहना है कि उपायुक्त को पता ही नहीं, इतना प्रचार हो रहा। जीवाजी क्लब के प्रत्याशियों ने अपने प्रचार के लिए यदि थीम रोड पर कटआउट और बैनर लगाए हैं, तो ये नियम विरुद्ध है। कार्रवाई की जायेगी।
इधर जीवाजी क्लब के चुनाव मे उन लोगों ने भी दावेदारी ठोक दी है जो कभी क्लब ही नहीं आए हैं, इनमें पदों से लेकर कार्यकारिणी तक में जोर आजमाया जा रहा है। क्लब के कुछ सदस्यों में इसको लेकर नाराजगी भी है। क्लब के चुनाव में राजनीति न हो ऐसा हो ही नहीं सकता। शहर के मंत्रियों का भी प्रभाव है। दो खेमे में चुनाव माने जा रहे हैं जिसमें दोनों ही अपने अपने दावेदारों की पैरवी कर रहे हैं। दावेदारों के लिए सदस्यों के पास नेताओं के फोन भी पहुंच रहे हैं कि हमारे आदमी का ध्यान रखना। इसमें विधायकों से लेकर मंत्री तक शामिल हैं।