जेयू कार्यपरिषद में स्विमिंग पुल में फंसा पेंच, नियुक्ति में गड़बड़ी की आशंका

ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय में कार्यपरिषद की बैठक आयोजित हुई, जिसमें कई विवादित मुद्दों पर चर्चा हुई। आरोप प्रत्यारोपों के बीच में सेंटर आफ एक्सिलेंस, जेयू के स्विमिंग पूल का भुगतान, अटेर कालेज में हुई सामूहिक नकल के मामले सहित अन्य कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इन सभी मुद्दों पर परिषद के अध्यक्ष और कार्यपरिषद सदस्यों के बीच जमकर बहस हुई।
बैठक में खासतौर पर स्पोर्टस विभाग में होने वाली निदेशक और उपनिदेशक के पदों पर नियुक्ति पर सवाल खड़े हुए। जेयू के स्विमिंग पूल के मुद्दे पर भी ईसी और बैठक के अन्य अधिकारियों के बीच तनातनी हो गई। बता दें कि विवादास्पद मुद्दों में से किसी में भी शुक्रवार की बैठक में कोई निर्णय नहीं आया है। इसके अलावा जेयू ने परीक्षा और प्रायोगिक परीक्षा से जुड़े दो नियमों में भी बदलाव कर दिए हैं। जिन मुद्दों पर निर्णय नहीं हो सकता है उनमें सुधार कर अगली प्रस्तावित बैठक में 26 सितंबर को चर्चा की जाएगी। कार्यपरिषद के सदस्यों ने स्पोर्टस विभाग में होने जा रही निदेशक और उपनिदेशक की नियुक्तियों पर सवाल खड़े करते हुए गड़बड़ियों का आरोप लगाया था। जिस पर कार्यपरिषद के पत्र का जवाब जेयू ने दिया। बैठक में कार्यपरिषद सदस्य डा. विवेक भदौरिया ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कमेटी बनाने से लेकर पूरी प्रक्रिया कर ली कार्यपरिषद को कोई जानकारी नहीं। अब जेयू के पत्र के सत्यापन के बाद इस प्रक्रिया में चयनित लोगों का लिफाफा खोला जाएगा।