जिला अस्पताल में खत्म नहीं हो रहा एमआरआइ जांच का इंतजार

ग्वालियर: दो साल से जिला अस्पताल मुरार में एमआरआइ जांच सुविधा का इंतजार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इससे पांच लाख से ज्यादा की आबादी जांच सुविधा से वंचित है। सितबंर माह में एमआरआइ मशीन अस्पताल पहुंचने का दावा किया जा रहा था, लेकिन अब तक नहीं पहुंच सकी है। अस्पताल में आकस्मिक उपचार केंद्र के पास तीन कमरों में मशीन को स्थापित किए जाने के लिए काम चल रहा था, वह भी फिलहाल बंद है।
मशीन कब यहां पहुंचेगी, इसकी जानकारी अस्पताल प्रबंधन को नहीं है। एमआरआइ मशीन ग्वालियर जिला अस्पताल सहित प्रदेश के पांच जिला अस्पताल में लगनी थी। अस्पताल में पीपीटी माडल पर सीटी स्कैन मशीन निजी एजेंसी द्वारा संचालित की जा रही है। इसी तरह 1.5 टेल्सा एमआरआइ मशीन को स्थापित किया जाना है। इसके लिए मध्यप्रदेश पब्लिक हेल्थ सर्विसेज कारपोरेशन वर्ष 2023 में नोटिफिकेशन जारी कर चुकी है। अभी तक जिला अस्पताल में एमआरआइ की सुविधा नहीं है। इसके चलते मरीजों को जेएएच में ही एमआरआइ के लिए जाना पड़ता है। जिला अस्पताल में ग्वालियर सहित आसपास के गांव के मरीज इलाज के लिए आते हैं। अस्पताल में यह सुविधा नहीं होने से मरीजों को जेएएच के साथ निजी अस्पतालों में महंगी जांच कराना पड़ती है।
सरकारी अस्पतालों में एमआरआइ सुविधा की बात करें तो यह सुविधा जेएएच के सुपरस्पेशयलिटी अस्पताल में उपलब्ध है, लेकिन यहां इस जांच के लिए मरीजों को दो से तीन माह का इंतजार करना पड़ता है। अगर जिला अस्पताल मुरार में एमआरआइ जांच की सुविधा मिलती है, तो मुरार, उपनगर ग्वालियर सहित ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को राहत मिलेगी। साथ ही उनको निजी सेंटर पर महंगी जांच नहीं कराना पड़ेगी।