
प्रदेश में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दिए थे। मगर, इसके बावजूद अभी जिले में कोई कार्रवाई होते हुए नजर नहीं आ रही है। निर्देश मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मैदान पर नजर नहीं आ रही है।
बता दें कि सैकड़ों झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा मरीजों का अवैध उपचार किए जाने के मामले बढ़ते जा रहे हैं, जिससे मरीजों की जान को भी खतरा रहता है। यह डॉक्टर बिना किसी मेडिकल डिग्री या प्रमाण पत्र के गंभीर बीमारियों का इलाज कर रहे हैं। सबसे ज्यादा इनकी संख्या ग्रामीण क्षेत्र में रहती है। कई मरीजों की बीमारी इनके इलाज के बाद गंभीर हो जाती है। ऐसे में कई बार उनकी जान पर भी बन आती है। स्वास्थ्य विभाग ने बिना डिग्री के इलाज करने वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई करने के लिए कहा है। मगर, अभी तक टीम मैदान पर नजर नहीं आ रही है। लोगों का कहना है कि झोलाछाप डॉक्टर अब भी खुलेआम मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इनकी जगह सरकार को अलग से क्लिनिक खुलवाने चाहिए, ताकि हमें बेहतर उपचार मिल सके।

