
ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय यानी जेयू में अब आभासी प्रयोगशाला या कहें कि वर्चुअल लैब की शुरूआत होने जा रही है। शुक्रवार को हुई कार्यपरिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को रखा गया था जिस पर मोहर लग गई है। अब जेयू के छात्रों को बिना किसी विशेष उपकरण या किसी कैमिकल के प्रयोग करने की सुविधा मिल सकेगी । छात्रों को इस लैब का प्रयोग करने के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा।
जेयू की आगामी बैठक में इसका पूरा प्रस्ताव बनाकर पेश किया जाएगा जिस पर विचार विमर्श करने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा। आधुनिक कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर की मदद से संचालित होने वाली इस लैब के लिए सीआईएफ के प्रभारी एसके श्रीवास्तव को समन्वयक या कहे कि प्रभारी नियुक्त किया गया है। इन्हें आगामी बैठक में वर्चुअल लैब की विस्तृत रिपोर्ट बनाकर पेश करना होगी। आभासी प्रयोगशाला या वर्चुअल लैब विभिन्न प्रयोगों के लिए डिजाइन किए गए एक प्रकार के आभासी वातावरण है, जिसके माध्यम से व्यावहारिक पक्ष को सैद्धांतिक पक्ष से जोड़ने के लिए वास्तविक विज्ञान प्रयोगशाला का अनुकरण किया जाता है। इसमें छात्रों को किसी पर्यवेक्षक की आवश्यकता नहीं होती है, वहीं किसी भी तरह के खतरे की भी कोई गुंजाइश नही होती है। इस लैब में छात्र 3डी प्रयोग बड़ी आसानी से कर सकते हैं। यह कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के माध्यम से काम करता है। इससे छात्रों और शिक्षकों के लिए बहुत सारे प्रयास और समय की बचत होती है।
छात्रों को होंगे यह लाभ
आभासी प्रयोगशालाएं छात्रों को दूर से काम करने की अनुमति देती हैं, जिससे छात्र खतरनाक, विषैले या रेडियोधर्मी पदार्थों के सीधे संपर्क में नहीं आते हैं। यह तरीका प्रयोगशाला में दुर्घटनाओं से भी बचाता है।
कुछ प्रयोगों को सुगम बनाना तथा सटीक परिणाम देने के लिए जटिल एवं महंगे उपकरणों की आवश्यकता होती है, यह छात्रों की उस समस्या को भी खत्म कर देगी।
यह प्रयोगशाला शिक्षकों को पाठ्यक्रम के व्यावहारिक अनुप्रयोग प्रदान करती हैं, जिससे उन्हें अपने पाठ्यक्रम के विभिन्न पहलुओं को कवर करने में मदद मिलती है और छात्र भी वैज्ञानिक सामग्री को अच्छी तरह समझ पाते हैं।
विद्यार्थी किसी भी प्रयोग को कितनी ही बात दोहरा सकता है, तब तक प्रयोग कर सकता है जब तक कि उसे सारी जानकारी समझ में न आ जाए।
आभासी प्रयोगशाला में छात्रों को प्रयोग के विभिन्न इनपुट को निर्धारित करने और नियंत्रित करने, स्थितियों को बदलने और परिणामी रीडिंग और आउटपुट का निरीक्षण करने का मौका मिलता है।

