ऊर्जा मंत्री के क्षेत्र में चोरी की बिजली से चार्ज हो रहे ई-रिक्शा, दबंगई से चल रहा कारोबार

ग्वालियर। सड़कों पर दौड़ने वाले ई-रिक्शा चोरी की बिजली से चार्ज किए जा रहे हैं। चार्जिंग स्टेशन संचालक किराए व चार्जिंग का चार्ज 100 रुपए प्रतिनिधि और सिर्फ चार्जिंग के 75 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से ई-रिक्शा चालकों से वसूलते हैं। अवैध चार्जिंग के यह स्टेशन सबसे ज्यादा ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के क्षेत्र में संचालित हो रहे हैं। इतना ही नहीं अवैध चार्जिंग स्टेशनों के अलावा इस क्षेत्र में बिजली बिल के बकायादारों की संख्या भी सबसे अधिक हैं। साथ ही बिजली चोरी के कारण लाइन लास के मामले भी यहां सर्वाधिक हैं। बावजूद इसके बिजली कंपनी के अफसर सख्ती नहीं बरत पा रही है।
शहर में नगर संभाग उत्तर के कई स्थानों पर चार्जिंग प्वाइंट बनाकर कुछ लोग ई-रिक्शा को चोरी की बिजली से अवैध रूप से चार्ज करा रहे हैं। जबकि ई-रिक्शा की संख्या ही 10 हजार से अधिक है। इन आंकड़ों से साफ जाहिर है कि बड़े पैमाने पर जिले में ई-रिक्शा चार्ज करने के लिए बिजली चोरी होती है। नगर संभाग उत्तर के महाप्रबंधक का कहना है कि चोरी की बिजली से ई-रिक्शा चार्ज करने के चार्जिंग स्टेशनों पर कार्रवाई कर दस लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई गई हैं। नगर संभाग उत्तर ऊर्जा मंत्री तोमर का क्षेत्र है। इस क्षेत्र में चार शहर का नाका स्थित भूसे की टाल, गदाईपुरा, श्याम बाबा का मंदिर, चंदनपुरा सहित दो दर्जन से अधिक क्षेत्रों में अवैध चार्जिंग स्टेशन बने हुए हैं। एक ई रिक्शा चालक ने बताया कि किराये पर ई रिक्शा चलाने पर मालिक रोजाना 250 से 300 रुपये लेता है। टूट-फूट चालक की रहती है। ई-रिक्शा चार्ज करने के लिए 100 रुपये प्रतिदिन देने होते हैं। रात को ई-रिक्शा चार्ज करने के लिए पार्किंग में लगा देते हैं और सुबह होने पर ले जाते हैं।