
ग्वालियर। मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद चुनाव अधिकारी अरविंद दूदावत ने मतदाता सूची के प्रकाशन सूची के प्रकाशन के बाद सोमवार को दावे-आपत्ति को सुना। इसके बाद दस सदस्यों के नामों को मतदाता सूची से विलुप्त कर दिया गया है। अब 567 सदस्य मतदान करने के पात्र होंगे। इसके साथ ही रविंद्र सिंघल चौबे का इकलौता नाम मतदाता सूची में साधारण सदस्य के रूप में दर्ज होने के साथ (कोस्टक बी-29) दर्ज था। इस प्रकरण का निराकरण करते हुए चुनाव अधिकारी ने चौबे को मंडल का आजीवन सदस्य माना हैं। इसके साथ ही उनके चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया है।
मंडल के पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ मित्तल ने साधारण सभा द्वारा तय की गई चुनाव की तारीख बदलने के संबंध में निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखा है। इस पर दूदावत का कहना है कि उनका सुझाव मानने की आवश्यकता नहीं हैं। निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदाता सूची का प्रकाशन रविवार को मंडल के सूचना पटल पर किया गया था। इसके बाद 24 घंटे का समय दावे-आपत्ति के लिए निर्धारित किया गया था। कुल दस सदस्यों के नाम पर आपत्ति आईं थीं। इनमें से कुछ की मृत्यु हो गई है। इन दस सदस्यों के नामों को मतदाता सूची से विलुप्त कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि सत्य सनातन ग्रुप व चौबे का व्यक्तिगत पत्र सदस्यता को लेकर आया था। वे आजीवन सदस्य हैं। बकाया राशि का निर्णय मंडल करेगा। आजीवन सदस्य से कोई सदस्यता शुल्क नहीं लिया जाता है। चुनाव कार्यक्रम के तहत बुधवार से सनातन धर्म मंदिर में स्थित चुनाव कार्यालय से 12 पदों व 13 कार्यकारिणी सदस्यों के लिए चुनाव लड़ने के इच्छुक सदस्य नामाकंन पत्र दोपहर 11 से चार बजे तक वितरित किए जाएंगे। दो दिन नामांकन का वितरण होगा और दो व तीन अगस्त को नामांकन लिए जाएंगे।

