
– निगम अधिकारी आंख मूंद कर बैठे, दो हादसे लील चुके हैं जिंदगियां
ग्वालियर। ग्वालियर में तलघरों की खुदाई पर रोक के बाबजूद गृहस्वामी खुदाई करवा रहे हैं। फिर भी जो तलघर खुदें हैं उन्हें पार्किंग के लिये अलाट किये जाने का आदेश है। परंतु इसके विपरीत निगम अधिकारी आंख मूंद कर बैठे हैं। तलघरों का उपयोग व्यवसायिक रूप से किया जा रहा है। निगम अधिकारी जो मकान निर्माण की अनुमति देते है क्या उनमे तलघर निर्माण का जिक्र रहता है। वैसे तलघर निर्माण पूरी तरह अवैध है इसके कारण बीते दिनों हुये दो हादसों में लोगों की जिंदगियां भी जा चुकी हैं।
नगरीय क्षेत्र में मकानों के निर्माण कार्य की अनुमति नियमों को ताक पर रखकर दी जा रही है। नगरीय प्रशासन को इन अवैध निर्माण की जानकारी है, लेकिन शिकायत के बाद भी अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। नगरीय क्षेत्र में कई जगहों पर अवैध तलघर का निर्माण कार्य चल रहा है। 8 से 10 फीट तक गहरे तलघरों का निर्माण अवैध रूप से किया जा रहा है। ज्यादातर ऐसे तलघरों का उपयोग व्यवसायिक गतिविधियों के लिए किया जाता है। ऐसे निर्माण करने वाले नगरीय प्रशासन से अनुमति लेते है या नहीं इसका पता नहीं है। लेकिन तलघर निर्माण पर पूरी तरह से रोक है। फिर भी अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते। नगर में बाजार सहित रिहायशी इलाकों में तलघरों का निर्माण कर उनका व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा है। नगरीय क्षेत्र में कई तलघर बन चुके हैं। कई जगहों पर वर्तमान में भी तलघरों का निर्माण जारी है। शहर में बन रहे तलघरों पर नगर पालिका के अधिकारियों ने मौन स्वीकृति दे रखी है। इसलिए बीच शहर में बिना किसी डर के तलघरों का निर्माण किया जा रहा है।
खास बात यह है कि तलघरों के निर्माण के लिए नगर निगम से लोग परमिशन तक लेना जरूरी नहीं समझते हैं। अवैध रूप से निर्माण कराए गए यह तलघर लोग अपने फायदे के लिए बनाते हैं और इनका व्यवसायिक उपयोग कर रहे हैं। शासन की ओर से तलघरों के निर्माण पर रोक लगाई गई है, सिर्फ पार्किंग व्यवस्था के लिए ही तलघरों की परमिशन दी जाती है, लेकिन नगर निगम की लापरवाही और उदासीनता का नतीजा है कि लोग व्यवसायिक उपयोग के लिए तलघरों का निर्माण करा रहे हैं। निगम के भवन अधिकारी भवन निर्माण की अनुमति के दौरान किस आधार पर तलघर निर्माण की अनुमति दे रहे है यह पता नहीं। परंतु तलघर निर्माण में सीधे तौर पर जेब भराई की रस्म की बू आती है। आसपास के लोगों की आपत्ति के बाद भी तलघर निर्माण के दौरान भी निगम कोई कार्रवाई नहीं करता है।
तलघर के लिए टीएनसीपी से अनुमति लेना जरूरी
नगर में कहीं भी तलघर निर्माण नहीं किया जा सकता। निगम के साथ-साथ इसके लिए टीएनसीपी (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग) से भी अनुमति लेना जरूरी हो गया है। नगर में बन रहे और बन चुके एक भी तलघर के लिए परमिशन नहीं ली गई है। खास बात यह है कि इन तलघरों को या तो प्रभावशाली लोग बना रहे हैं या फिर बनाने वालों को नेताओं का संरक्षण है। ऐसे में शिकायत होने के बाद भी अधिकारी कार्रवाई नहीं करते।
तलघरों में पार्किंग का नियम
तलघर का उपयोग केवल पार्किंग के लिए किया जा सकता है। तलघर का एरिया कवर्ड एरिया में शामिल नहीं होता है। लोअर ग्राउंड फ्लोर का उपयोग भी केवल पार्किंग के लिए हो सकता है। कई जगह व्यवसायिक दुकानें बनाकर इसका उपयोग हो रहा है। तलघरों में बिल्डरों द्वारा एरिया कवर्ड कर दिया जाता है। आगजनी होने पर फायर ब्रिगेड को हालात पर काबू पाने में परेशानी होती है। इस कारण कभी भी दुर्घटना हो सकती है।
तलघर निर्माण के दौरान हो चुके हैं हादसे
नगर में तलघर निर्माण के दौरान हादसे भी हो चुके है। अभी हाल ही में तलघर खुदाई के दौरान बाजू के मकान की नींव कमजोर होने से वह ढह गया था। इस हादसे में कई लोग घायल हो गये थे। वहीं बीते साल गणेश कालोनी में भी तलघर खुदाई के दौरान मिटटी ढहने से दो मजदूरों की मौत हो गई थी। फिर भी निगम और प्रशासन आंख मूंद कर बैठा है।

