Home / ग्वालियर / मीसाबंदियों के श्राप से गयी कमलनाथ सरकार: मदन बाथम

मीसाबंदियों के श्राप से गयी कमलनाथ सरकार: मदन बाथम

ग्वालियर. आपातकाल में लोकतंत्र की स्थापना के लिए संघर्ष करनेवाले मीसाबंदियों के श्राप से कमलनाथ सरकार सत्ता से पदच्युत हो गयी है, ऐसा मानना है आपातकाल में लोकतंत्र की पुनर्स्थापना करने के लिये संघर्ष करनेवाले मीसाबंदियों का. ज्ञातव्य हो कि आपातकाल पीड़ितों को सम्मानित करने की दृष्टि से भाजपा सरकार द्वारा बनाये गये मध्यप्रदेश लोकतंत्र सेनानी सम्मान *अधिनियम- 2018* को कमलनाथ सरकार निरसित करने के लिए प्रस्ताव कैबिनेट, तदुपरांत विधानसभा के इसी सत्र में लाने जा रही थी, जिसका संगठन द्वारा समाचार पत्रों के माध्यम से प्रबल विरोध किया जा रहा था तथा हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर…

Review Overview

User Rating: 4.6 ( 4 votes)


ग्वालियर. आपातकाल में लोकतंत्र की स्थापना के लिए संघर्ष करनेवाले मीसाबंदियों के श्राप से कमलनाथ सरकार सत्ता से पदच्युत हो गयी है, ऐसा मानना है आपातकाल में लोकतंत्र की पुनर्स्थापना करने के लिये संघर्ष करनेवाले मीसाबंदियों का.
ज्ञातव्य हो कि आपातकाल पीड़ितों को सम्मानित करने की दृष्टि से भाजपा सरकार द्वारा बनाये गये मध्यप्रदेश लोकतंत्र सेनानी सम्मान *अधिनियम- 2018* को कमलनाथ सरकार निरसित करने के लिए प्रस्ताव कैबिनेट, तदुपरांत विधानसभा के इसी सत्र में लाने जा रही थी, जिसका संगठन द्वारा समाचार पत्रों के माध्यम से प्रबल विरोध किया जा रहा था तथा हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर ली गयी थी तथा सडक़ पर संघर्ष की तैयारी करने हेतु जुट गये थे.
लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश सोनी तथा राष्ट्रीय सयुंक्त सचिव मदन बाथम ने कमलनाथ सरकार के अवसान को लोकतंत्र के हित में बताते हुए दिली खुशी व्यक्त की है.

ग्वालियर. आपातकाल में लोकतंत्र की स्थापना के लिए संघर्ष करनेवाले मीसाबंदियों के श्राप से कमलनाथ सरकार सत्ता से पदच्युत हो गयी है, ऐसा मानना है आपातकाल में लोकतंत्र की पुनर्स्थापना करने के लिये संघर्ष करनेवाले मीसाबंदियों का. ज्ञातव्य हो कि आपातकाल पीड़ितों को सम्मानित करने की दृष्टि से भाजपा सरकार द्वारा बनाये गये मध्यप्रदेश लोकतंत्र सेनानी सम्मान *अधिनियम- 2018* को कमलनाथ सरकार निरसित करने के लिए प्रस्ताव कैबिनेट, तदुपरांत विधानसभा के इसी सत्र में लाने जा रही थी, जिसका संगठन द्वारा समाचार पत्रों के माध्यम से प्रबल विरोध किया जा रहा था तथा हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर…

Review Overview

User Rating: 4.6 ( 4 votes)

About Dheeraj Bansal

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

x

Check Also

निजी प्रैक्टिस कर रहे सरकारी डाक्टरों के क्लीनिकों पर छापे

(भास्कर प्लस) ग्वालियर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय की टीम ने ...