मध्यप्रदेश में जनवरी में ही आई गर्मी!, फिर से तेज तेज सर्दी का अलर्ट

मध्य प्रदेश में मौसम में एक बार फिर गर्माहट बढ़ गई है. लोगों को ठंड से राहत मिली है. अधिकतम तापमान 30 डिग्री के ऊपर पहुंच गया है. मंडला में 31 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है. इसके अलावा न्यूनतम तापमान भी कई शहरों में 14 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक पहुंच गया है. मध्य प्रदेश में ठंड का दौर फिर से तेज होने वाला है। मौसम विभाग ने 25 जनवरी से राज्य में तेज सर्दी का अलर्ट जारी किया है, जिसके बाद उत्तरी हवाओं के प्रभाव से दिन-रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट हो सकती है। सर्दी का यह नया दौर प्रदेशवासियों के लिए फिर से ठंड का अहसास कराएगा, और इसका असर विभिन्न शहरों में महसूस किया जा सकता है।
मध्य प्रदेश का मौसम विभाग लगातार हो रहे मौसम में बदलाव पर नजर रख रहा है. मध्य प्रदेश में अब ठंड का असर धीरे-धीरे कम होने लगा है. मौसम विशेषज्ञ डॉक्टर वेद प्रकाश सिंह के मुताबिक मध्य प्रदेश के कई शहरों में तापमान 30 डिग्री से अधिक पहुंच गया है. इनमें नर्मदा पुरम, खरगोन, बैतूल, सिवनी, मंडला जिले शामिल है. इसके अलावा अधिकतम तापमान की अन्य जिलों की बात की जाए तो उमरिया, सतना, जबलपुर, खजुराहो, गुना, भोपाल, रतलाम, उज्जैन और शिवपुरी में 28 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया गया है. इसके अलावा रायसेन, ग्वालियर, सागर, टीकमगढ़, दमोह में 27 डिग्री के आसपास तापमान दर्ज हुआ है मध्य प्रदेश में सबसे कम तापमान पंचमढी में 25.6 डिग्री दर्ज हुआ है.
अधिकतम तापमान के साथ-साथ न्यूनतम तापमान में भी गिरावट देखने को बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. मध्य प्रदेश के नर्मदा पुरम में 16.2 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है, जबकि धार में 15, गुना, खरगोन, खंडवा, इंदौर शिवानी में 14 डिग्री के आसपास न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है. इसके अलावा सीधी, दमोह, बैतूल में 13 डिग्री के आसपास न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है. इसी प्रकार रायसेन, राजगढ़, रतलाम, ग्वालियर, भोपाल, खजुराहो, रीवा, सतना, टीकमगढ़ में 11 से 12 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है. सड़कों पर भी कड़क धूप का असर देखने को मिल रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक, फिलहाल मध्य प्रदेश में दो प्रमुख मौसम प्रणालियों की सक्रियता देखने को मिल रही है। इनमें से एक पंजाब और उसके आस-पास के क्षेत्रों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवातीय परिसंचरण) है, जबकि दूसरा पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) है। इन प्रणालियों के कारण अभी हवा का रुख दक्षिण-पूर्वी दिशा में बना हुआ है, जिससे प्रदेश में हल्की गर्मी के मुकाबले ठंड में भी कमी आई है। लेकिन अगले दो दिनों में हवा का रुख उत्तरी दिशा में बदल जाएगा, जिससे ठंडी हवाओं का असर राज्य के विभिन्न हिस्सों में बढ़ जाएगा। इस बदलाव से दिन और रात के तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट आ सकती है, जिससे सर्दी का अहसास और बढ़ेगा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, जब हवा की दिशा उत्तरी हो जाएगी, तो प्रदेश में दिन-रात के तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट आ सकती है। इससे ठंड की तीव्रता बढ़ेगी और प्रदेश के नागरिकों को अधिक सर्दी का सामना करना पड़ सकता है। विशेषकर, रात का तापमान और अधिक घटने की संभावना है, जो रात में ठंड बढ़ाने का काम करेगा।