
पुणे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में 24 और 25 फरवरी को भोपाल में होने वाली ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ के लिए उद्योग समूहों और निवेशकों को आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव पुणे में हुए इंटरैक्टिव सेशन में उद्योग जगत के प्रमुख प्रतिनिधियों और निवेशकों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि औद्योगिक गतिविधियों और निवेश के लिए मध्य प्रदेश संभावनाओं का प्रदेश है। प्रदेश में वर्ष-2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष घोषित किया है। औद्योगिक विकास की गति को तेज कर प्रदेश को आर्थिक रूप से अधिक उन्नत और समृद्ध बनाने के उद्देश्य से निवेश-अनुकूल नीतियों, उत्कृष्ट बुनियादी ढांचे और कुशल मानव संसाधन की उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मध्य प्रदेश, अपने प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिक स्थलों और विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे के साथ, निवेशकों के लिए एक आकर्षक केन्द्र के रूप में उभर रहा है। हमारी व्यापारिक राजधानी इंदौर ने स्वयं को स्वच्छता की राजधानी के रूप में भी स्थापित किया है।
पीथमपुर और मंडीदीप प्रदेश ही नहीं देश के प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित हुए हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, खनन, फार्मा, पर्यटन, आईटी,सहित सभी क्षेत्रों में सुगम एवं आकर्षक नीतियां विकसित की गई हैं। राज्य के विभिन्न अंचलों में निवेश प्रोत्साहन के लिए देश के शहरों में जाकर उद्योग समूहों और निवेशकों के साथ इंटरैक्टिव सेशन आयोजित किये गए हैं। पुणे का सत्र भी इसी क्रम की अगली कड़ी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर इंटरैक्टिव सेशन का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योग जगत को श्रमिक समस्या सहित अन्य कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता। स्वयं के कार्य पर एकाग्रता के साथ ध्यान देना प्रदेशवासियों का विशिष्ट गुण है। ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ का विचार सरकार और समाज में रचा बसा है। सूचना प्रौद्योगिकी संसाधनों से प्रबंधन के वर्तमान दौर में मध्य प्रदेश में उद्योगों का संचालन अधिक सरल और सुगम हुआ है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की उपस्थिति में होने जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से उद्योग समूहों और मध्यप्रदेश के संबंध अधिक प्रगाढ़ होंगे। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश का महाराष्ट्र से दिल का रिश्ता है। पुणे का मौसम मध्यप्रदेश से मिलता-जुलता है। मालवा के सभी देव स्थान महाराष्ट्र के साथ जुड़े हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने छत्रपति शिवाजी, सिंधिया, होल्कर, पेशवा का उल्लेख करते हुए कहा कि लोकमाता देवी अहिल्या बाई ने सुशासन, शौर्य, कौशल संवर्धन के साथ ही धर्म के क्षेत्र में अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किए। पांच जिलों में विस्तारित उनका राज्य देश में सुशासन का आदर्श बना। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हम सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे संतु निरामय: के भाव के अनुसार अन्य प्रदेशों और देशों से आने वाले उद्योगों का स्वागत और सबके कल्याण एवं प्रगति की कामना करते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यह सत्र प्रदेश के औद्योगिक भविष्य को आकार देने और आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने में उत्प्रेरक की भूमिका निभाएंगे।

