साइबर ठगों ने बढ़ाई पुलिस की टेंशन, पढ़े लिखे लोग बन रहे शिकार


ग्वालियर । कंप्यूटराइज्ड जमाने में जहां कई काम आसान हो गए हैं तो दूसरी तरफ इसका शिकार आम लोग भी बन रहे हैं। कई पढ़े, लिखे एक्सपर्ट लोग ठगी का काम कर रहे हैं और हर दिन किसी न किसी को शिकार बना रहे हैं। अभी तक तो मोबाइल नंबर पर बात कर किसी भी तरह से लालच में फंसा कर पासवर्ड लेने का काम किया जा रहा था और बैंक खाते से पैसे उड़ाए जा रहे थे, लेकिन अब किसी भी मामले में फंसाने का भय दिखाकर डिजिटल अरेस्ट का खेल शुरू हो गया है। डिजिटल अरेस्ट मामले में पढ़े लिखे लोग ही शिकार बन रहे हैं। ऐसे मामले होने से पुलिस की टेंशन बढ़ा रहे हैं।
शहर में जिस तरह से लगातार डिजिटल अरेस्ट कर लाखों रुपए ठगने के मामले सामने आ रहे हैं, उसके चलते पुलिस भी खासी परेशान है, क्योंकि उनके सामने ऐसे ठगों को पकड़ना खासा मुश्किल हो रहा है। पुलिस ने आमजन को जागरूक करने का काम किया, उसके बाद भी साइबर ठगों के जाल में पढ़े लिखे लोग फंस रहे हैं। उससे समझ सकते है कि साइबर ठग किस स्तर के पढ़े लिखे होंगे ग्वालियर शहर मेंकुछ माह के अंदर ही एक नहीं बल्कि चार लोग डिजिटल अरेस्ट के शिकार हो चुके हैं। उनमें डॉक्टर, वकील, इंजीनियर और रिटायर्ड नारकोटिक्स अधिकारी तक शामिल हैं। किसी भी केस में फंसाने की धमकी फोन पर देकर पढ़े लिखे लोगों को ठग शिकार बना रहे हैं, उससे समझ सकते हैं कि यह उग चालाक और पढ़े लिखे लोगों से बेहतर साबित हो रहे हैं।
शहर में डिजिटल अरेस्ट के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। उसमें वे मामले सामने आए हैं, जिनमें पुलिस के पास शिकायत पहुंची हैं जबकि कुछ मामले ऐसे भी हो सकते हैं जो पुलिस के पास शिकायत करने ही नहीं आए होंगे, क्योंकि ऐसे मामले में ठगे जाने के बाद कुछ पढ़े लिखे लोग इसलिए शिकायत से बचते हैं कि उनकी हंसी होगी। एक मामला सामने आने के बाद पुलिस ने भी आमजन का ऐसे साइबर ठगों से बचकर रहने की समझाइश देने का किया, लेकिन उसके बाद भी लगातार लोग शिकार हो रहे हैं जिससे साफ है कि ठग काफी चालाक व तेज दिमाग रखने वाले हैं और वह यह भी जानते हैं कि किसको किस तरह से अपने जाल में फंसाया जा सकता है।