
ग्वालियर। भारतीय रेलवे किस प्रकार अपने उपभोक्ताओं को सुविधा देता है यह इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब व्हीआईपी राजधानी के खाने में काकरोच निकल जाता है। जब उपभोक्ता इसकी रेलवे केटरिंग से करता है तो वह सिर्फ यह कहकर इतने बड़े मामले को टाल देता है कि गलती से काकरोच आ गया होगा। इसके बाद केटरिंग सर्विस दूसरा खाना भेजने की बात कहता है।
आपको बता दे कि भास्कर प्लस डाट काम के प्रतिनिधि बीती रात्रि बेंगलुरू हजरत निजामुददीन राजधानी एक्सप्रेस 22691 से भोपाल से ग्वालियर आ रहे थे। तभी बी4 कोच की 14 नंबर सीट की महिला यात्री ने अपने खाने में काकरोच निकलने की बात कहीं। यह बात पूरे कोच में आग की तरह फैल गई। भास्कर प्लस के प्रतिनिधि भी महिला यात्री के पास पहुंचे और पूरी जानकारी ली। महिला ने बताया कि उन्हें जो खाना रेलवे केटरिंग ने सर्व किया है उसमे काकरोच निकला है। इसकी जानकार मिलने पर केटरिंग सर्विस के प्रतिनिधि आये और यह कहकर मामला दबाने की कोशिश की, यह खाना गलती से आपके पास आया है आपका खाना दूसरा है वह आपको भिजवा रहे है। काफी देर तक इस बात को लेकर कोच में हंगामा होता है। भास्कर प्लस प्रतिनिधि ने रेलवे मंत्री और जीएम से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है जिससे यात्रियों को गुणवत्तायुक्त अच्छा भोजन रेल में मिल सकें। इधर राजधानी जैसी व्हीआईपी गाड़ी के खाने में काकरोच निकलता है आप ही सोचिये अन्य गाडियों का क्या हाल होगा। यात्रियों को रेलवे का खाना खाने से पहले सावधान रहने की जरूरत है।

