
ग्वालियर। बिजली विभाग की दोहरी नीति ग्वालियर में देखने को मिल रही हैं। बडे बकायादारों को छोडकर छोटे बकायादारों की गर्दन अधिकारी नाप रहे हैं। इसके कारण बिजली अधिकारियों के खिलाफ लोगों में रोष फैल रहा है। हाल ही में देखने को आया हैं कि अधिकारियों और कर्मचारियों पर हर जोन में हमले हुये हैं। एक माह में बिजली अधिकारियें के पीटने की चार घटनायें हुई है। वो भी हर जोन है। यह हमले उस समय हुये जब बिजली की टीम रिकवरी के लिये मैदान में थी।
यहां बता दें कि बिजली विभाग की टीम अवाड़पुरा में रिकवरी के दौरान पिटी। आक्रोशित लोगों ने गार्ड और लाइन स्टाफ पर हमला किया। उसके बार मुरार में जेई श्री शर्मा पर हमला हुआ। वह भी लोगों के हाथों जमकर पिटे। साउथ डिवीजन में ईई अजित राजपूत पर भी वसूली के दौरान हुआ। संजय नगर एबी रोड लक्ष्मीगंज जोन में जेई विकास गुप्ता पर भी हमला हुआ। ऐसा क्या कारण है कि जनता इन पर हमला कर रही है। क्या बिजली विभाग को इस पर आत्ममंथन नहीं करना चाहिये। 5 से 10 हजार की रिकवरी के लिये बिजली की टीम सड़क पर उतरकर कनेक्शन काटने पहुंच जाती है। अंतिम तिथि निकलते ही बिजली विभाग की टीम लोगों के दरवाजे पर पहुंच जाते है। नहीं देने पर कनेक्शन काट आते है। परंतु बड़े बकायादारों और रसूखदारों पर हाथ डालने से कतराते है।
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