
ग्वालियर| सरकारी जमीनों से लेकर निजी जमीनों पर कब्जे के मामलों में चर्चित रहने वाले ग्वालियर में अब अलापुर डैम पर कब्जे का मामला सामने आया है। शहर के भूजल स्तर को रीचार्ज करने में महत्पूर्ण भूमिका निभाने वाले इस डैम के बहाव क्षेत्र पर कब्जे से लेकर कालोनियां तक काट दी गईं। कब्जे तो हुए ही साथ ही डैम के आसपास की जिस जमीन का लोगों ने मुआवजा ले लिया था वह जमीन ही नहीं छोड़ी। इसी डैम के बहाव क्षेत्र के कोटे की सराय वाले हिस्से के बहाव क्षेत्र को बंद कर दिया गया और कालाेनी काट दी गई। इस मामले में अब भाजपा नेता मुन्नालाल गोयल ने कलेक्टर रुचिका चौहान से शिकायत की है।
बता दें कि शहर का अलापुर डैम भी प्रमुख डैमों में गिना जाता था। यह डैम पहले पूरा भर जाता था। मुन्नालाल गोयल ने अपनी शिकायत में बताया कि वर्तमान में कुछ वर्षों से शीतला माता मन्दिर पहाडी से होकर अलापुर डैम तक पहुंचने वाले पानी में जगह जगह में नदी प्रवाह क्षेत्र में अवरोध हो जाने के कारण पानी नहीं पहुंच पा रहा है बरसात का जो पानी अलापुर डैम पहुंचना चाहिए वह पानी रास्ते में नया गांव से होकर छौड़ा की खदानों में पहुंच कर बर्बाद हो रहा है। रास्ते में कोटे की सराय भाटखेडी पुल के निकासी द्वार बरसात में सफाई नहीं होने के कारण बन्द हो गये हैं यहां पर नदी बहाव क्षेत्र में अवैध कालोनी काटकर नदी बहाव क्षेत्र को बाधित किया जा रहा है। अलापुर, हवीपुरा, बाले का पुरा क्षेत्र में किसानों को जमीनों का मुआवजा भी मिल चुका है यह भूमि राजस्व द्वारा सिंचाई विभाग को हस्तांतरित करनी थी जो नहीं की गई है मुआवजे के बाद भी किसान अलापुर डैम खूब क्षेत्र की भूमि पर खेती कर रहे हैं।
कोटे की सराय भाटखेड़ी पुल के नीचे नदी बहाव क्षेत्र में काटी जा रही अवैध कालोनी के फोटो भी शिकायत में शामिल किए गए हैं। यहां देखते देखते ही कालोनी कट गई। पूर्व में यही स्थति रमौआ डैम की थी ,रमौआ डैम भी लीकेज होने के कारण खाली हो जाता था लेकिन उसके लीकेज बंद होने के बाद आज रमौआ डैम पूरा भरा हुआ है। अलापुर डैम एवं कोटे की सराय भाटखेडी पुल के पास नदी बहाव क्षेत्र में हो रहे अवैध अतिक्रमणों को हटाए जाने की मांग की गई है।

