हिंन्दू राजा आने के बाद भी नहीं हुआ हिन्दुओं का उत्थान
Posted by: Dheeraj Bansal
in मप्र छत्तीसगढ़, राजनीतिक
July 15, 2018
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नरसिंहपुर। देश में बढ़ते रेप के मामलों को लेकर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने रेप के मामलों को रोकने के लिये केंद्र सरकार को गीता और रामायण को स्कूली पाठयक्रमों में शामिल करने की नसीहत दी। शंकराचार्य ने कहा कि देश में हिन्दू राजा आने के बाद भी हिन्दुओं का उत्थान नहीं हो रहा है।
द्वारिका और ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य ने कहा कि गीता और रामायण के पाठ को स्कूल के पाठयक्रम में शामिल करने से बच्चों के अंदर नारी जाति का सम्मान करने की भावनाएं निहित होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में हमें देश को पश्चिमी संस्कृति से ज्यादा पुरानी हिन्दू वैदिक संस्कृति की जरूरत है। क्योंकि ऐसा करने से इंसान नारी का आदर करना सीखेगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश में बच्चियों को दुर्गा का रुप माना जाता है, इसलिये उनके माता-पिता भी उनके पैर छूते है। क्योंकि हमारे देश में नारी जाति किसी भी रुप में चाहे वह सुहागन महिला हो या फिर वृद्ध अवस्था में हो हमें हमेशा उनका आदर करना चाहिए।
शंकराचार्य ने बढ़ते रेप के मामले को लेकर कहा कि आज गीता और रामायाण के उपदेशों के माध्यम से लोगों को समझाना चाहिए कि अगर नारी का अपमान होता है तो सबकुछ नष्ट हो जाता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह सीता का अपमान करने पर रावण का कुल नष्ट हो गया था, वहीं द्रौपदी का चीरहरण करने से कुरुवंश भी नष्ट हो गया था। इसलिये आज केवल शास्त्रों के माध्यम से ही लोगों में नारी का सम्मान करना सिखाया जा सकता है, उन्हें बताया जाना चाहिए कि दूसरों की नारी का सम्मान करना सीखे।
2018-07-15