करोड़ों के चिल्ड्रन पार्क पर ताला, स्मार्ट सिटी और नगर निगम ताला खोलना क्या भूल गया है?

(पंकज राजकुमार बंसल)
ग्वालियर। नगर निगम ग्वालियर द्वारा पड़ाव स्थित न्यू ब्रिज के नीचे चिल्ड्रन पार्क का निर्माण किया गया था। इसका उदघाट महापौर डॉ. शोभा सतीश सिंह सिकरवार, सभापति मनोज सिंह तोमर ने अगस्त के पहले सप्ताह में किया था। लेकिन जो पार्क बच्चों के मनोरंजन के लिये बनाया गया था उस पर अब ताला पड़ा रहता है। आखिर क्या वजह है जो चिल्ड्रन पार्क को बंद कर दिया गया है फिर ऐसे निर्माण का क्या फायदा?
नगर निगम एवं स्मार्ट सिटी द्वारा पड़ाव स्थित न्य ब्रिज के नीचे बच्चों के लिए पार्क बनाया गया था। जिससे शहर के बच्चे यहां अपना समय व्यतीत कर सकें। यहां बच्चों के खेलने कूदने हेतु उपकरण लगाएं गए हैं। बच्चों के खेलने हेतु बैडमिंटन कोर्ट, स्केटिंग एरिया, पाथवे एवं पौधे लगाए गए हैं। ब्रिज के तीन ब्लॉक में पार्किंग आदि का निर्माण किया गया था। विद्युत एवं कंस्ट्रक्शन पर 1 करोड़ 60 लाख रूपये का व्यय आया था। लेकिन चिल्ड्रन पार्क को बनाने के लिये कुछ समय बाद से ही यहां पर अब ताला पड़कर रह गया है। जब पार्क को बच्चों के लिये बनाया गया है तो फिर उसे खोला भी जाये। आखिर ऐसे निर्माण कार्य का क्या फायदा जिसका उपयोग ही ना हो सके। नगर निगम और स्मार्ट सिटी इस निर्माण पर डेढ करोड से ज्यादा व्यय किया है, परंतु यहां अब ताला पड़ा हुआ है।
दरअसल, पड़ाव पुल के नीचे पुराने आरटीओ कार्यालय के ठीक सामने मौजूद इस खाली जमीन का कोई उपयोग नहीं हो रहा था। यह जगह सिर्फ वाहनों की पार्किंग और कचराघर बनकर रह गई थी। शहर सुंदरीकरण के क्रम में निवर्तमान निगमायुक्त हर्ष सिंह ने पीआइयू शाखा को नए स्थान देखने के लिए कहा था, जिसके बाद इस स्थान का चयन किया गया। इस इलाके को पार्कनुमा विकसित किया गया, जिसमें लोग शाम के समय घूम सकें और बच्चों के लिये बैडमिंटन कोर्ट, स्केटिंग एरिया, पाथवे बनाये गये। लेकिन अब यह सिर्फ धूल खा रहे हैं, क्योंकि पार्क पर तो ताला डला रहता है। मतलब करोडों रूपये के इस पार्क पर ताला पड़ गया है। इससे पैसों की बर्बादी हो रही है।