
– शायद बीजेपी भूल गई बागी किसी का सगा नहीं
पार्टी विद डिफरेंस कही जाने वाली बीजेपी में अब डिफरेंस ही होने लगा है। अपनों को घर बैठाया जा रहा है और दूसरी पार्टी के बागियों को लगे लगाकर सबकुछ दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश में यह सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है। सत्तारूढ़ बीजेपी कांग्रेस से आने वालों को मंत्री पद के साथ हर सुख आराम परोस रही है। जबकि उसकी पार्टी के खुद के मूल दिग्गज विधायकों को घर बैठा दिया गया है।
बीजेपी ने हाल ही में लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने वाले रामनिवास रावत को जहां केबिनेट मंत्री बनाया है। वहीं अब उपचुनाव में जीते कांग्रेस के बागी कमलेश शाह को मंत्री का ताज पहनाये जाने की पूरी प्लानिंग कर ली गई है। जल्द ही मुख्यमंत्री एक बार फिर विस्तार करने जा रहे है। साथ ही नये सिरे से विभाग भी बांटे जा सकते हैं। वहीं कांग्रेस से आये नेताओं को पार्टी सबकुछ दे रही है। जबकि उनकी खुद की पार्टी के मूल दिग्गज नेता विधायक जयंत मलैया, गोपाल भार्गव, अजय विश्नोई, नागेन्द्र सिंह सहित अन्य को पार्टी ने घर बैठा दिया है। इससे पहले भी ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके साथियों के कांग्रेस छोड़कर बीेजपी में आने के बाद पार्टी ने उनको हद से ज्यादा देकर उपकारित किया था। अब फिर पार्टी कांग्रेस से आये विधायकों को मंत्री पद देकर अपनी ही पार्टी के दिग्गज विधायकों का अपमान कर रही है। हाल ही में रामनिवास रावत को मंत्री बनाये जाने के बाद दिग्गज विधायक गोपाल भार्गव ने इसकी कड़े शब्दों में निंदा कर पार्टी को आईना दिखाया था।

