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प्रद्युम्न की खातिर संत के चरणों में श्रीमंत

सूबे में राजनीतिक बिसात इन दिनों खूब बिछ रही है। सबकी वजह श्रीमंत है। जब से श्रीमंत बीजेपी में आये है तब से अपना रूतबा बनाने के लिए कोरोनाकाल में भी रैलियां और भीड़ जैसे आयोजन करवा रहे है। इससे कोरोना तो फैल ही रहा है। राजनीति भी गर्मा रही है। श्रीमंत ने अभी हाल ही में ग्वालियर दौरे के दौरान राजा साहब के गुरू संतकृपाल सिंह से भी मुलाकात कर राजनीति गलियारों में हडकंप मचवा दिया। यह सब तब हुआ जब संत जी का नाम राजा साहब की डिक्शनरी से ग्वालियर से टिकट के लिए चल रहा था। परंतु…

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सूबे में राजनीतिक बिसात इन दिनों खूब बिछ रही है। सबकी वजह श्रीमंत है। जब से श्रीमंत बीजेपी में आये है तब से अपना रूतबा बनाने के लिए कोरोनाकाल में भी रैलियां और भीड़ जैसे आयोजन करवा रहे है। इससे कोरोना तो फैल ही रहा है। राजनीति भी गर्मा रही है।
श्रीमंत ने अभी हाल ही में ग्वालियर दौरे के दौरान राजा साहब के गुरू संतकृपाल सिंह से भी मुलाकात कर राजनीति गलियारों में हडकंप मचवा दिया। यह सब तब हुआ जब संत जी का नाम राजा साहब की डिक्शनरी से ग्वालियर से टिकट के लिए चल रहा था। परंतु टिकट श्रीमंत के ही दूसरे चेले सुनील को कमलनाथ ने दे दिया। इसके बाद राजा साहब की फिल्म उतारने श्रीमंत संत की शरण में जा पहुंचे और चरणवंदना कर प्रद्युम्न को आर्शीवाद और समर्थन देने की गुहार लगाई। बताईये श्रीमंत को कोरोना की चिंता बिल्कुल नहीं दिखाई देती उन्हें तो सिर्फ अपना रसूख बचाने की चिंता है। वैसे भी श्रीमंत अतिमहत्वाकांक्षी है जनता का नाम लेकर उन्हें ही भीड़ जैसे कार्यक्रम करवाकर कोरोना महामारी के प्रकोप में झोंकते नजर आ रहे है। श्रीमंत को हमारी तो यही सलाह है कि महामारी की चिंता करिये, नही ंतो बची खुची इज्जत न चली जाये। खरी-खरी…

सूबे में राजनीतिक बिसात इन दिनों खूब बिछ रही है। सबकी वजह श्रीमंत है। जब से श्रीमंत बीजेपी में आये है तब से अपना रूतबा बनाने के लिए कोरोनाकाल में भी रैलियां और भीड़ जैसे आयोजन करवा रहे है। इससे कोरोना तो फैल ही रहा है। राजनीति भी गर्मा रही है। श्रीमंत ने अभी हाल ही में ग्वालियर दौरे के दौरान राजा साहब के गुरू संतकृपाल सिंह से भी मुलाकात कर राजनीति गलियारों में हडकंप मचवा दिया। यह सब तब हुआ जब संत जी का नाम राजा साहब की डिक्शनरी से ग्वालियर से टिकट के लिए चल रहा था। परंतु…

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