बिजली कंपनी का दावा – 10% से अधिक एसी चोरी की बिजली से चल रहे!

बिजली चोरी रोकने के लिए पिछले साल बिजली कंपनी ने नई शुरुआत की थी, लेकिन अब वह ठंडे बस्ते में है। शहर में स्मार्ट मीटर लगने लगे इसलिए अब यह प्रक्रिया बंद हो गई है। पिछले साल गर्मियां शुरू होने से पहले बिजली कंपनी को ऐसे घरों को चेक करना था, जिनमें एसी लगे थे। ऐसे उपभोक्ताओं के घरों का लोड चेक करना था, यदि लोड कम मिलता तो ऐसे उपभोक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करनी थी। यह अभियान कुछ दिन में ही बंद हो गया।
गर्मी में बिजली का लोड बढ़ जाता है और बिजली चोरी भी बढ़ जाती है। इसके पीछे का बड़ा कारण एसी चलना है। कई घरों में एसी लगे है, लेकिन वह चोरी की बिजली से चलते हैं। कई घरों में उपभोक्ताओं ने एसी लगा लिए है, लेकिन लोड नहीं बढ़ाया है। इन सबको बातों को सिस्टम में दर्ज किया जाना था। बिजली कंपनी के अधिकारी के अनुसार, शहर में करीब 50 हजार घरों में एसी लगे हुए हैं, जिसमें से दस फीसदी से अधिक चोरी की बिजली से चल रहे हैं। ऐसे उपभोक्ताओं पर नकेल कसने के लिए बिजली कंपनी स्कैनिंग अभियान की शुरुआत की थी। शहर के उपभोक्ताओं के घर में कितने एसी लगे है, इसकी जानकारी को एकत्र कर कंपनी में अपने सिस्टम में दर्ज करना थी। इससे मालूम रहे कि घर का बिल एसी लगे होने के बाद कम तो नहीं आ रहा है। साथ की बिजली कनेक्शन कम किलोवाट का होने के बाद उपभोक्ता ज्यादा बिजली उपयोग कैसे कर रहा है इसका भी पता चल जाता। जिससे उपभोक्ता के बिल का सही आकलन हो सके।