
चार संतानें पैदा करने वाले ब्राह्मण समाज के युगलों को एक लाख रुपये देने की घोषणा की गई है। यह घोषणा इंदौर में आयोजित सनाढ्य ब्राह्मण सभा के परिचय सम्मेलन में मप्र सरकार के परशुराम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पं. विष्णु राजोरिया ने की है। मध्य प्रदेश परशुराम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पंडित विष्णु राजौरिया के एक बयान पर प्रदेश में राजनीति गरमा गई है। इंदौर में सनाढ्य ब्राह्मण समाज के परिचय सम्मेलन में रविवार को राजौरिया ने कहा था- ‘जिनके चार बच्चे होंगे, उन्हें परशुराम कल्याण बोर्ड की ओर से एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
‘ चूंकि बोर्ड का गठन मध्य प्रदेश सरकार ने अक्टूबर 2023 में किया था, इसलिए कांग्रेस ने इस पर सरकार को घेरा। इसके बाद सोमवार को भोपाल में मीडिया से बातचीत में राजौरिया ने कहा, ‘बयान मेरा निजी है। यह सरकार का निर्णय नहीं है। ब्राह्मण समाज इस निर्णय को लागू करने में सक्षम है। मैंने यह बयान एक सामाजिक कार्यक्रम में दिया था। सरकार की योजनाएं अलग हैं और ये मेरा सामाजिक प्रयास है।’ राजोरिया ने यह भी कहा कि 1951 की तुलना में देश में ब्राह्मणों की आबादी आधी रह गई है। बता दें कि इंदौर के कार्यक्रम में विष्णु राजौरिया ने कहा था- ‘गैर-हिंदुओं की आबादी तेजी से बढ़ रही है। आज कल के युवा ज़्यादा बच्चे नहीं चाहते। वे एक बच्चा करके रुक जाते हैं। इससे आने वाले समय में दिक्कत होगी। अच्छी नौकरी होने के बावजूद एक ही बच्चा पैदा करने वाले दंपती के लिए अच्छी बात नहीं हैं। मैं ब्राह्मण समाज के नवविवाहित दंपती से अपील करता हूं कि कम से कम चार बच्चे पैदा करें। ऐसा करने पर आपको एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। मैं परशुराम कल्याण बोर्ड का अध्यक्ष रहूं या न रहूं, ये पुरस्कार दिया जाएगा। ‘

