नया एयर टर्मिनल पूरी क्षमता के साथ आपरेशनल, अब बनेंगे सर्किट


ग्वालियर| नए एयर टर्मिनल के पूरी क्षमता के साथ आपरेशनल होने के बाद अब देशभर की बड़ी हवाई सेवा कंपनियों तक मैसेज पहुंच गया है। प्रदेश का यह सबसे भव्य एयरपोर्ट है यही कारण है कि बड़ी कंपनियों ने ग्वालियर से अपनी सेवाओं को विस्तार करने के साथ पर्यटन सर्किट को लेकर भी मंथन शुरू कर दिया है। हवाई सेवा कंपनियों का फोकस ग्वालियर का एयर ट्रैफिक है जिसकी स्थिति पर कंपनियों के प्रतिनिधि नजर रख रहे हैं।
वर्तमान में ग्वालियर का एयर ट्रैफिक 30 हजार प्रतिमाह है। एयरपोर्ट प्रबंधन की ओर से भी इसको लेकर तैयारियां पूरी हैं, क्योंकि अब नया टर्मिनल पूरी क्षमता के साथ शुरू हो चुका है। बड़ी कंपनियां अपने बड़े-बड़े रूटों को ग्वालियर से कनेक्ट करने पर काम कर रहीं है जिससे यहां के यात्रियों का रिस्पांस भी बढ़ेगा। यह बता दें कि कुछ दिन पहले ही ग्वालियर का एयर टर्मिनल आपरेशनल हो गया है और अब नए टर्मिनल से ही यात्रियों का आगमन और प्रस्थान होता है। पुरानी इमारत को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। नए टर्मिनल के तैयार होते ही यहां पहले से आपरेट कर रहीं हवाई सेवा कंपनियों ने विस्तार की तैयारी की है इसके अलावा अब ऐसी कंपनियां जिनकी अधिकतर सेवाएं बड़े शहरों के लिए चलतीं है वे ग्वालियर को कनेक्ट करने का प्लान बना रहीं हैं। यह कनेक्टिंग इस तरह से की जाएगी जिससे ग्वालियर के यात्रियों को बड़े नए शहरों के लिए सेवा मिल जाए और एयर ट्रैफिक में भी बढ़ोत्तरी हो जाए। वहीं ग्वालियर एयर टर्मिनल अंतरराष्ट्रीय स्तर के आपरेशन के लिए भी तैयार है, ग्वालियर से मुंबई और मुंबई से दोहा के लिए हवाई सेवा की तैयारी भी चल रही है।
ग्वालियर के एयर ट्रैफिक को बढ़ाने के लिए अब पर्यटन के लिहाज से यात्रियों को बढ़ाने पर फोकस है। ग्वलियर और इसके आसपास के बड़े पर्यटन स्थलों के लिए बाहर से आने वाले यात्रियों को ग्वालियर टर्मिनल से सुविधा मिल सकेगी। यहां वर्तमान में ग्वालियर की ऐतिहासिक विरासतें, दतिया में पीतांबरा पीठ, खजुराहो, निवाड़ी में रामराजा मंदिर ऐसे कुछ बड़े स्पाट हैं जहां पर्यटक बड़ी मात्रा में आते हैं। इसके अलावा ग्वालियर से देश के बड़े पर्यटन स्थलों पर लोगों को जाने के लिए यहां से हवाई सेवाओं की कमी है, तो अब हवाई सेवा कंपनियां इसी एजेंडे पर काम कर रही हैं।