
ग्वालियर। 400 करोड़ का एक हजार बिस्तर अस्पताल बदनामी करा रहा है। यहां की खामियां के चलते अस्पताल का निरीक्षण करने आए राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के विशेष प्रतिवेदक उमेश कुमार शर्मा भी सवाल खड़े कर चले गए। उन्होंने कहा कि 400 करोड़ खर्च करने के बाद भी अगर यह हालात हैं तो इस तरह का भवन 150 करोड़ में भी बन सकता था।
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के विशेष प्रतिवेदक शर्मा द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान सीवेज, दीवारों में दरार, सीलन ने अस्पताल प्रबंधन की किरकिरी करा दी। इसके साथ ही मरीजों के बैठने के लिए भी अस्पताल प्रबंधन पर्याप्त इंतजाम नहीं कर सका है, जबकि यह खामियां शुरुआत में ही सामने आ चुकी थीं, लेकिन प्रबंधन ने इनको सुधारा नहीं। आयोग के विशेष प्रतिवेदक शर्मा खामियों को नोट कर ले गए और यह सब वह अपनी रिपोर्ट लिखेंगे और केंद्र सरकार को अवगत कराएंगे।एक हजार बिस्तर अस्पताल में मरीजों की शिफ्टिंग के साथ ही सीवेज की समस्या उजागर हो चुकी थी। लेकिन इस समस्या का समाधान करने से निर्माण एजेंसी ने हाथ खींच लिए, पीआइयू ने भी समाधान नहीं दिया। अब मरीज व डाक्टर परेशान हो रहे हैं। अस्पताल भवन की कई दीवारों में दरार आ चुकी है। अस्पताल प्रबंधन इन दरारों की जानकारी निर्माण एजेंसी व पीआइयू को दे चुका है। इसके बाद इन्हें पुट्टी लगाकर भरने तक का काम किया गया।

