दुकान पर नहीं बिकेगी स्कूल के नाम वाली कापी-किताब, तीन दुकानदारों को नोटिस


– अभिभावक को पूरा कोर्स खरीदने के लिए मजबूर नहीं कर सकेगें
ग्वालियर। स्कूल का नाम अंकित रहने वाली कापी-किताब दुकानदार नहीं बेच सकेंगे। इसके साथ ही अभिभावक को पूरा कोर्स खरीदने के लिए दुकानदार मजबूर नहीं कर सकेगा। यह निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार ने पुस्तक विक्रेताओं को बैठक के दौरान दिए। गौरतलब है कि निजी स्कूल संचालकों की मनमानी को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही हैं, जिसको लेकर जिला शिक्षा अधिकारी ने निजी स्कूलों की सामग्री बेचने वाले 18 दुकानदारों की बैठक बुलाई थी।
बैठक में दुकानदारों को निर्देशित किया गया कि वे पालकों को पुस्तकें व नोटबुक आदि का पूरा सेट खरीदने के लिए बाध्य नहीं करेंगे। जो पालक जितनी पुस्तकें, नोटबुक की मांग करेंगे उन्हें उतनी ही दी जाएंगी। दुकानदारों को विद्यालय विशेष का नाम अंकित कर सामग्री विक्रय नहीं करना होगी। दुकानों पर विक्रय की जा रही स्कूलों की सामग्री का प्रचार-प्रसार किया जावे न कि उनके नाम का। विक्रय की जाने वाली सामग्री का पक्का बिल अभिभावक को दिया जाए व एमआरपी से अधिक में सामग्री न बेची जाए। यदि कोई भी दुकानदार इसका उल्लंघन करता हुआ पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। बैठक में भारती बुक्स फालका बाजार, बालाजी इंटरप्राइजेज महावीर कालोनी, क्लासिक कलेक्शन सीपी कालोनी की संचालक अनुपस्थित रहे, जिसके चलते उन्हें नोटिस जारी किया गया है। स्कूल ड्रेस और पुस्तक विक्रेताओं में रीडर्स बुक व यूनीफार्म थाटीपुर, सन-साइन बुक व यूनीफार्म ललितपुर कालोनी, संजय स्टोर्स लक्ष्मीबाई कालोनी पड़ाव, राजपूत बुक डिपो हजीरा, आदर्श स्टेशनरी स्टोर्स दर्पण कालोनी, सैकेंड पब्लिकेशन लोहिया बाजार, न्यू भारतीय बुक डिपो राम मंदिर चौराहा, सागर बुक्स स्टेशनरी दीनदयाल नगर, अरूण बुक सेंटर मयूर मार्केट, बचपन (मोहित गारमेंट) ओल्ड हाई कोर्ट, न्यू जय भोले भंडारी मुरार, गंभीर पुस्तक भंडार मुरार, बापू स्टेशनरी मुरार, नेहा एंड निशा स्टेशनरी पिंटो पार्क, माडर्न बुक स्टोर्स कम्पू आदि उपस्थित रहे।