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ग्वालियर। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्रियों की भरमार है। उनके आठ क्षेत्रों में अलग-अलग आठ मुख्यमंत्री हैं। उनकी पार्टी अब तक एक चेहरा तय नहीं कर पाई है। ऐसे में वे मध्यप्रदेश की जनता से किए गए वादे कैसे पूरे करेंगे। वे प्रदेश की जनता से झूठे वादे कर रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री ग्वालियर में पार्टी प्रत्याशी जयभान सिंह पवैया के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पार्टी में मुख्यमंत्री पद के कई दावेदार हैं। यदि छिंदवाड़ा में जाओ तो वहां पर कमलनाथ मुख्यमंत्री हैं, गुना जाओ तो वहां ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं, राघौगढ़ जाओ तो वहां पर दिग्विजय सिंह हैं, झाबुआ चले जाओ तो वहां कांतिलाल भूरिया हैं, भोपाल चले जाओ तो सुरेश पचैरी मुख्यमंत्री हैं और विंध्य में चले जाओ तो अजयसिंह मुख्यमंत्री हैं। यदि कांग्रेस अपना चेहरा तय कर दे तो कांग्रेस के कई नेता पार्टी छोड़ देंगे। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राजनीति जैसे हाथों में जाती है वह वैसी ही बन जाती है। उन्होंने कहा कि जब ये राजनीति मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम जैसे लोगों के हाथ में जाती है तो भक्ति बन जाती है और भगवान श्रीकृष्ण के हाथों में जाती है तो युक्ति बन जाती है। जब ये राजनीति महात्मा गांधी और नेताजी सुभाषचंद्र बोस जैसे महान लोगों के हाथों में जाती है, तो शक्ति बन जाती है। अशफाक, भगत सिंह, आजाद जैसे वीरों के हाथों में जाती है, तो मुक्ति बन जाती है। लेकिन जब ये राजनीति भ्रष्ट नेताओं के हाथों में जाती है, तो सम्पत्ति और विपत्ति बन जाती है। इसलिए ईमानदारी पर चलकर विकास करने वाली सरकारों को चुनें। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने प्रदेश सरकार के कामों को गिनाते हुए कहा कि जिस मध्यप्रदेश में वर्ष 2003 में प्रति व्यक्ति आय 15 हजार रूपए थी, अब उसी मध्यप्रदेश में प्रति व्यक्ति आय 80 हजार रूपए हो गई है। राज्य की जीडीपी भी सात गुना तक बढ़ गई है।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार ने जो भी वादे किए थे, उनको पूरा करके दिखाया है। चाहे प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान की सरकार हो या केंद्र की मोदी सरकार, सबने अपने-अपने वादे पूरे किए हैं। उन्होंने कहा कि जब 2003 में भाजपा सरकार को मध्यप्रदेश की बागडोर मिली, तो उस समय मध्यप्रदेश की स्थिति बेहद दयनीय थी। 2003 से लेकर अब तक भाजपा की सरकार ने बीमारू राज्य से बाहर निकालकर विकसित राज्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा किया है। अब अगले पांच वर्षों में मध्यप्रदेश को समृद्ध राज्य बनाना है, इसके लिए एक बार फिर आशीर्वाद दीजिए । उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता मोदी को हटाओ, शिवराज को हटाओ के नारे लगा रहे हैं, लेकिन जब उनसे पूछो कि क्यों हटाओ तो इसका जबाव किसी के पास भी नहीं है। दरअसल कांग्रेस के नेताओं की अपनी कोई भी उपलब्धि नहीं है, इसलिए उन्हें भाजपा सरकार की उपलब्धियां रास नहीं आ रही है। उनकी पार्टी केवल एक परिवार पर आधारित है और एक ही परिवार द्वारा संचालित होती है, लेकिन भाजपा का संगठन मजबूत और सुदृढ़ संगठन है, इसलिए उन्हें दिक्कतें हो रही हैं।