
मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर भाजपा को जीत मिली है। इस बार पूर्व सीएम कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को भी भाजपा की रणनीति ने ढहा दिया है। प्रदेश में भाजपा के क्लीन स्वीप का श्रेय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को जाता है। डॉ. यादव अपनी पहली परीक्षा में कामयाब हुए हैं। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में 2014 में भाजपा को 29 में से 27 और 2019 में 29 में से 28 सीटों पर जीत मिली थी। भाजपा आम चुनाव में पहली बार छिंदवाड़ा सीट जीती है। भाजपा ने कांग्रेस का सभी सीटों को जीतने का रिकॉर्ड तोड़ा है। छत्तीसगढ़ के अलग होने से पहले 1984 में कांग्रेस ने 40 की 40 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के शपथ लेने के तीन महीने बाद ही लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। सीएम ने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद लगातार रैली और सभाएं की। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में 142 से अधिक आम सभाएं और 55 रोड शो किए। साथ ही देश के 12 राज्यों में 72 लोकसभा सीटों पर प्रचार किया। वहीं, वीडी शर्मा ने भी लगातार कार्यक्रम किए। प्रदेश की 29 की 29 सीटों पर जीत दर्ज की है। अब कुछ बचा ही नहीं। इसके साथ ही इंदौर और विदिशा में जीत के रिकॉर्ड बनाएं है। आठ सीटें चार लाख से अधिक मतों से जीती है। इस बार छप्पड़ फांड जीत दर्ज की है। छिंदवाड़ा में एक लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज की। कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को भोपाल के बाद अब राजगढ़ में घर छोड़कर आए है। यह भाजपा की महाविजय है
पहली परीक्षा में कामयाब रहे CM मोहन यादव, लगातार रैली और सभाएं की

