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भारतीय जनता पार्टी के विधायक नारायण त्रिपाठी इन दिनों काफी चर्चा में हैं. वह कभी कांग्रेस तो कभी बीजेपी के पाले में जाते हुए दिख रहे हैं. जबकि त्रिपाठी कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी के बंगले पर पहुंचे. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में तकरीबन 40 मिनट से ज्यादा चर्चा हुई. खैर इस मुलाकात को त्रिपाठी और पटवारी विधानसभा क्षेत्र के विकास की मुलाकात बता रहे हैं.
नारायण त्रिपाठी सतना जिले की मैहर विधानसभा सीट से विधायक हैं. जबकि वह इससे पहले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस खेमे से भी विधायक रह चुके हैं. इस बार के मानसून सत्र में एक बिल पर त्रिपाठी ने कांग्रेस के पक्ष में वोट डाला था, जिसके बाद वह कांग्रेस खेमे में चले गए थे. जबकि कुछ दिनों बाद त्रिपाठी वापस बीजेपी खेमे में आ गए. वहीं एक बार फिर त्रिपाठी ने कांग्रेस के मंत्री के बंगले पर जाकर राजनीति हलचल पैदा कर दी है. हालांकि त्रिपाठी ने मुलाकात को राजनीतिक नहीं बल्कि क्षेत्र के विकास के लिए बताया. मीडिया से चर्चा करते हुए विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा कि वह अपने क्षेत्र के स्टेडियम को लेकर खेल मंत्री जीतू पटवारी के पास आए हैं.
इतना ही नहीं त्रिपाठी के साथ मैहर और सतना जिले के कई कांग्रेस नेता भी दिखाई दिए. जबकि इस मुलाकात पर जीतू पटवारी मीडिया से बचते नजर आए. हालांकि उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि एक विधायक सरकार के मंत्री के पास अपने विकास कार्य को लेकर ही आता है. खैर दोनों नेताओं के बीच चली लंबी मुलाकात कई सवाल खड़े कर रही है. बता दें कि नारायण त्रिपाठी के साथ मानसून सत्र में बीजेपी के विधायक शरद कोल कांग्रेस के खेमे में गए थे, जिसके बाद कोल भी बीजेपी में वापस आ गए थे. हालांकि 2 दिन पहले कोल ने मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनकी सरकार की तारीफ कर सियासत तेज कर दी है. वहीं एक बार फिर नारायण त्रिपाठी कांग्रेस से नज़दीकियां बढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं.